सिंधु नदी का पानी रोका तो... सुनने को मिलेगी परमाणु बम की गूंज; क्या युद्ध का खतरा अब सचमुच करीब?
भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद पाकिस्तान में घबराहट फैल गई है. पाकिस्तान के नेताओं, खासकर हनीफ अब्बासी ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दी है. जानिए, अब्बासी और अन्य नेताओं ने क्या कहा.

इंटरनेशनल न्यूज. जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने भारत को गहरे सदमे में डाल दिया. इस हमले में 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान चली गई, जिससे पूरे देश में गुस्से और दुख का माहौल बना. इसके बाद भारत ने यह ऐलान किया कि वह सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को निलंबित कर देगा, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. पाकिस्तान के कई नेताओं, जिनमें प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो और अब रेल मंत्री हनीफ अब्बासी शामिल हैं, ने इस पर अपने भड़के हुए बयान दिए. हनीफ अब्बासी ने तो भारत को परमाणु हमले की धमकी दे दी.
हनीफ अब्बासी की धमकी: परमाणु युद्ध की ओर...
रावलपिंडी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान का पानी बंद करता है, तो पाकिस्तान इसका माकूल जवाब देगा. हनीफ ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के पास दुनिया के सबसे शक्तिशाली परमाणु बम हैं और हमारे सारे मिसाइल भारत की ओर लक्ष्य करके रखे गए हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने गोरी, शाहीन, घजनवी जैसे मिसाइल तैयार रखे हैं, और 130 परमाणु बम केवल भारत के लिए हैं. हनीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है और उसकी सेना को पाकिस्तान रेलवे का पूरा सहयोग प्राप्त है.
उकसाने वाली और आक्रामक टिप्पणियां
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने पहलगाम हमले के आतंकी, जो निर्दोष पर्यटकों पर गोलीबारी कर रहे थे, उन्हें 'स्वतंत्रता सेनानी' कहा. यही नहीं, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो ने भी भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि सिंधु नदी उनका है और हमेशा उनका रहेगा. बिलावल ने धमकी दी कि पाकिस्तान अपनी नदियों का पानी किसी भी हालत में नहीं छोड़ने वाला, और अगर भारत ने इसे रोकने की कोशिश की तो या तो पाकिस्तान का पानी होगा, या फिर भारतीय खून.
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और अब पानी के मुद्दे ने एक नया मोर्चा खोल दिया है. भारत द्वारा सिंधु जल संधि के निलंबन का कदम पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है. इस विवाद ने दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध की संभावनाओं को भी हवा दी है, और दोनों देशों के नेताओं द्वारा दिए गए आक्रामक बयान इसके और बढ़ते तनाव का संकेत हैं.
निरंतर बढ़ता विवाद: क्या जंग का खतरा है?
हालांकि यह भी ध्यान देने योग्य है कि पाकिस्तान की परमाणु धमकियां केवल बयानबाजी तक सीमित हैं या फिर युद्ध के वास्तविक खतरे में बदल जाएंगी, यह भविष्य ही बताएगा. दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ता तनाव और शत्रुतापूर्ण बयानबाजी से युद्ध की संभावना पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं. क्या इस विवाद को कूटनीतिक प्रयासों से सुलझाया जा सकेगा, या फिर यह दोनों देशों को एक और विनाशकारी युद्ध की ओर धकेल देगा? यह मामला अब केवल पानी की लूट तक सीमित नहीं है, बल्कि परमाणु युद्ध के खतरे तक पहुंच चुका है, जो किसी भी तरह से दोनों देशों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.


