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उधमपुर में एयरफोर्स स्टेशन के पास देखे गए संदिग्ध ड्रोन, सेना बोली- घबराने की जरूरत नहीं

प्रधानमंत्री मोदी के ऑपरेशन सिंदूर की घोषणा के बाद, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में ड्रोन गतिविधियों और विस्फोटों की खबरें सामने आईं. सांबा, उधमपुर, जालंधर और होशियारपुर में ड्रोन देखे गए और ब्लैकआउट किया गया. सेना ने सभी ड्रोन को निष्क्रिय कर दिया. मोदी ने पाकिस्तान को परमाणु ब्लैकमेल की चेतावनी दी और बताया कि ऑपरेशन रोका गया है, खत्म नहीं. भारतीय सेना ने 11 पाकिस्तानी एयरबेस नष्ट किए और 35-40 सैनिक मारे.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में राष्ट्र को संबोधित करने के कुछ ही समय बाद, जम्मू-कश्मीर के सांबा में 10 से 12 ड्रोन को रोका गया. पंजाब के होशियारपुर प्रशासन ने पुष्टि की कि विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई. उधमपुर में उत्तरी कमान और वायुसेना स्टेशन के ऊपर करीब 15 ड्रोन मंडराते देखे गए. कटरा की ओर करीब 5 ड्रोन देखे गए. जालंधर जिले के सुरनासी गांव के पास विस्फोटों की आवाज सुनी गई, सशस्त्र बल सक्रिय रूप से ड्रोन को निष्क्रिय करने में लगे हुए हैं.

कम संख्या में आए ड्रोन

जम्मू-कश्मीर के सांबा में ब्लैकआउट और ड्रोन देखे जाने के बीच, सेना के सूत्रों ने बताया, "तुलनात्मक रूप से, सांबा सेक्टर में बहुत कम संख्या में ड्रोन आए हैं. उनसे निपटा जा रहा है और घबराने की कोई बात नहीं है." पिछले 15 मिनट से सांबा में कोई ड्रोन गतिविधि नहीं देखी गई है.

होशियारपुर की डिप्टी कमिश्नर आशिका ने पुष्टि की है कि दसूया इलाके में विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई है. उन्होंने कहा, "हम पहले से ही भारतीय सशस्त्र बलों के साथ समन्वय कर रहे हैं, जिन्होंने प्रशासन को सूचित किया है कि वे क्षेत्र में ड्रोन देखे जाने की सूचना पर काम कर रहे हैं." उन्होंने आगे बताया कि उनकी जानकारी के आधार पर जिले के दसूहा और मुकेरिया क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है.

पीएम मोदी का ऑपरेशन सिंदूर पर संबोधन

पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत किसी भी "परमाणु ब्लैकमेल" को बर्दाश्त नहीं करेगा और कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ़ ऑपरेशन को केवल रोका गया है, भविष्य की कार्रवाई उनके व्यवहार पर निर्भर करेगी.

मोदी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने भारत से सैन्य आक्रमण रोकने का अनुरोध किया था, लेकिन नई दिल्ली ने इस पर तभी विचार किया जब पाकिस्तान ने अपनी उकसावे वाली गतिविधियां बंद करने का वादा किया.

पहलगाम हमले को आतंकवाद का सबसे "बर्बर चेहरा" बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनके लिए व्यक्तिगत रूप से पीड़ादायक है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि दुश्मन अब "हमारी महिलाओं के माथे से सिंदूर मिटाने" के परिणामों को समझ गया है.

डीजीएमओ लेवल पर हुई बात

इस बीच, भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सोमवार को दिन की वार्ता संपन्न हुई. हालांकि हॉटलाइन पर बातचीत पहले दोपहर 12 बजे होनी थी, लेकिन यह शाम 5 बजे शुरू हुई. चर्चा का नतीजा अभी तक सामने नहीं आया है. पीटीआई के अनुसार, माना जा रहा है कि दोनों अधिकारियों ने 10 मई को सैन्य अभियान और सीमा पार से गोलीबारी रोकने के लिए हुए समझौते के प्रमुख तत्वों पर चर्चा की.

सभी सैन्य अड्डे सुरक्षित

सशस्त्र बलों ने सोमवार को भारत के चल रहे ऑपरेशन सिंदूर पर एक और व्यापक प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की और दोहराया कि भारत की लड़ाई हमेशा पाकिस्तान में आतंकवादियों और उनके बुनियादी ढांचे के खिलाफ थी और रहेगी, न कि देश की सेना के खिलाफ. सेना ने नागरिकों को यह भी बताया कि भारत के सभी सैन्य अड्डे सुरक्षित हैं, पूरी तरह क्रियाशील हैं तथा देश के विरुद्ध किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं.

इससे पहले रविवार को डीजीएमओ ने यह भी खुलासा किया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में लगभग 35 से 40 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए.

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई , वाइस एडमिरल एएन प्रमोद (नौसेना संचालन महानिदेशक) और एयर मार्शल एके भारती (वायु संचालन महानिदेशक) ने संयुक्त रूप से "ऑपरेशन सिंदूर" के परिणामों की घोषणा की. उन्होंने यह भी पुष्टि की कि भारतीय हमलों में पाकिस्तान के अंदर 11 हवाई अड्डे नष्ट हो गए तथा उनकी सैन्य क्षमताओं को काफी नुकसान पहुंचा.

 

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12 May 2025, 10:55 PM IST

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