पहलगाम हमले के बाद कुपवाड़ा में टेरर अटैक, घर में घुसकर आतंकियों ने मारी गोली, तलाशी अभियान जारी
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा एक नागरिक गुलाम रसूल मगरे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इसके बाद से घाटी में सुरक्षा बलों की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और तेज हो गई है. यह घटना शनिवार रात को उस वक्त हुई जब कंडी खास इलाके में गुलाम रसूल पर गोलियां चलाई गई.

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों द्वारा एक नागरिक की गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना ने घाटी में एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई को तेज कर दिया है. शनिवार रात को अज्ञात बंदूकधारियों ने एक नागरिक को गोलियों से भून डाला, जिसकी पहचान गुलाम रसूल मगरे के रूप में हुई. वहीं, पहलगाम हमले के बाद से सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते हुए कम से कम 9 आतंकियों के घरों को विस्फोटकों से उड़ा दिया है.
कुपवाड़ा में नागरिक की हत्या
शनिवार रात कंडी खास इलाके में गुलाम रसूल मगरे पर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली चलाई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जबकि सुरक्षा बलों ने हमलावरों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है.
मगरे का भाई, गुलाम मोहिदीन मगरे, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी समूह से जुड़ा हुआ बताया जाता है. पुलिस के अनुसार, हत्या का कारण इस तथ्य से जुड़ा हो सकता है, लेकिन इस बारे में फिलहाल कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है.
आतंकवादियों के घरों पर कार्रवाई
कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई अब और सख्त हो गई है. कुपवाड़ा में नागरिक की हत्या के बाद, सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले के मद्देनजर आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. इस सप्ताह की शुरुआत में, विस्फोटकों का उपयोग कर 9 आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है. जिन घरों को नष्ट किया गया है उनमें शोपियां, बांदीपोरा और पुलवामा के इलाके शामिल हैं.
कट्टर ओवर ग्राउंड वर्कर्स को हिरासत में लिया गया
सुरक्षा बलों ने कश्मीर के बडगाम जिले में दो कट्टर ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) को हिरासत में लिया है. इनकी पहचान ताहिर अहमद कुमार और शबीर अहमद गनई के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि ये दोनों लोग आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे और इन्हें सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत हिरासत में लिया गया है.
आतंकवादी गतिविधियों में शामिल
पुलिस के अनुसार, ये दोनों ओजीडब्ल्यू स्थानीय आतंकवादी संगठनों को मदद पहुंचाते थे और युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते थे. पुलिस ने कहा, "यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम है और इस क्षेत्र में आतंकवाद समर्थक नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण है."
आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई सुरक्षा बलों की लगातार कोशिशों और प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर की गई है. इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता है कि इन ओजीडब्ल्यू का आतंकवादी गतिविधियों में सीधा जुड़ाव था, जो आतंकवादियों को सहायता और समर्थन प्रदान कर रहे थे. पुलिस के अनुसार, इन गिरफ्तारियों से आतंकवादियों के समर्थन नेटवर्क को तोड़ा जा सकेगा और कश्मीर घाटी में शांति बहाल करने में मदद मिलेगी.


