हनुमान जी के मंत्र से हुआ आतंकियों का विनाश...ऑपरेशन सिंदूर पर बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर 24 सटीक मिसाइल स्ट्राइक किए. इस कार्रवाई में 70 आतंकियों के मारे जाने और 60 से अधिक के घायल होने की खबर है.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त एयरस्ट्राइक की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इस ऐतिहासिक ऑपरेशन को ‘सटीकता, सतर्कता और संवेदनशीलता’ के साथ अंजाम दिया गया करार दिया. उन्होंने देश की सशस्त्र सेनाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्रवाई केवल बदला नहीं, बल्कि भारत की सामरिक दृढ़ता का स्पष्ट संकेत है.
राजनाथ सिंह ने यह बयान बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की 50 इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर दिया. इस कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य निर्दोष नागरिकों की हत्या का जवाब देना और आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद करना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सेनाओं ने आतंकवाद के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई की.
भारत ने दिखाया शक्ति का नया स्वरूप
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अपने आत्मरक्षा के अधिकार का उपयोग किया. इस हमले में 25 पर्यटकों और एक कश्मीरी पोनी राइड ऑपरेटर की हत्या कर दी गई थी. प्रारंभिक जांच में हमलावरों के पाकिस्तान से संबंध सामने आए, जो पहले भी कई हमलों में साबित हो चुके हैं.
रामायण से जोड़ा गया संदेश
रक्षा मंत्री ने रामायण का उल्लेख करते हुए कहा कि यह कार्रवाई उसी सिद्धांत पर आधारित थी जब भगवान हनुमान ने अशोक वाटिका को नष्ट किया था. “जिन मोहिं मारा, ते मैं मारे” — जिन्होंने हमारे निर्दोषों को मारा, हमने सिर्फ उन्हें मारा.
योजनाबद्ध और सटीक हमला
“प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें करारा जवाब दिया. और यह सब बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से हुआ. ताकि आतंकियों का मनोबल टूटे, हमने सिर्फ उनके कैंप और इन्फ्रास्ट्रक्चर को ही निशाना बनाया. मैं हमारी सेना की बहादुरी को सलाम करता हूं,” रक्षा मंत्री ने कहा.
आतंक के अड्डों का सफाया
भारत ने बीती रात पाकिस्तान और पीओके में 9 स्थानों पर 24 मिसाइल स्ट्राइक किए. इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के कैंप को निशाना बनाया गया. जिन इलाकों में स्ट्राइक हुई, उनमें शामिल हैं — मुज़फ़्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलाकोट, चकस्वारी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल. इन सभी स्थानों को आतंकी गतिविधियों का गढ़ माना जाता था.
70 आतंकियों की मौत
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में करीब 70 आतंकियों को मार गिराया गया, जबकि 60 से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए. सूत्रों ने बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य प्रतिक्रिया नहीं था, यह भारत की रणनीतिक दृढ़ता का ऐलान था. 24 सटीक मिसाइल हमलों के जरिए भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब वह सीमा पार आतंकवाद और उसे संरक्षण देने वाले संस्थानों को बर्दाश्त नहीं करेगा.”
भारत का ऐतिहासिक संदेश
यह एयरस्ट्राइक भारत के लिए सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि दुनिया को एक संदेश था कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा. हर आतंकी हमला अब सटीक और निर्णायक जवाब को आमंत्रित करेगा. ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि भारत की सेनाएं तैयार हैं, सक्षम हैं और दुश्मन के हर मंसूबे को ध्वस्त करने का माद्दा रखती हैं.


