खूबसूरती के पीछे शातिर दिमाग...बांग्लादेशी मॉडल फर्जी भारतीय दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार
कोलकाता पुलिस ने बांग्लादेश की एक पूर्व एयरलाइन क्रू सदस्य शांता पॉल को गिरफ्तार किया, जो वैध पासपोर्ट पर भारत आई थी और यहां फर्जी भारतीय दस्तावेज बनवाकर नई पहचान के जरिए विदेशी यात्रा की योजना बना रही थी. छापेमारी में उसके पास बांग्लादेशी और भारतीय दस्तावेज मिले. पुलिस अब फर्जीवाड़े के पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है.

कोलकाता पुलिस ने एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है, जो वैध पासपोर्ट पर भारत आई थी, लेकिन यहां आकर उसने फर्जी भारतीय दस्तावेजों के जरिए एक नई पहचान बनाने की कोशिश की. यह महिला बांग्लादेश की एक एयरलाइन में क्रू मेंबर रह चुकी है और वहां एक छोटी-मोटी मॉडल के रूप में भी काम करती थी.
भारत में ऐसे बनाई फर्जी पहचान
पुलिस अधिकारी के अनुसार, महिला शांता पॉल कुछ महीने पहले वैध पासपोर्ट पर भारत आई और कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में किराए पर कमरा लिया. वहां के पते का इस्तेमाल करते हुए उसने एक एजेंट की मदद से राशन कार्ड बनवाया. बाद में वह शहर के बिक्रमगढ़ इलाके में शिफ्ट हो गई और वहां एक स्थानीय व्यक्ति की सहायता से उसने आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र जैसे भारतीय दस्तावेज हासिल कर लिए.
विदेशी यात्रा की थी योजना
जांच में सामने आया कि महिला का उद्देश्य भारत से फर्जी पहचान के साथ किसी तीसरे देश की यात्रा करना था. चूंकि बांग्लादेश से यात्रा करने में उसे दिक्कतें आ रही थीं, इसलिए उसने भारत में खुद को भारतीय नागरिक सिद्ध करने की योजना बनाई. इसके लिए उसने फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन भी कर दिया.
दस्तावेज सत्यापन में हुआ खुलासा
जब उसने भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन किया तो सत्यापन के समय गोल्फ ग्रीन पुलिस स्टेशन द्वारा उसे बुलाया गया. वहां वह न तो जन्म प्रमाण पत्र दिखा सकी और न ही अपने माता-पिता या परिवार की जानकारी दे सकी. पुलिस को शक हुआ और मामले की जानकारी कोलकाता पुलिस के एंटी राउडी सेक्शन को दी गई.
एंटी राउडी स्क्वॉड की छापेमारी
इसके बाद सोमवार को पार्क स्ट्रीट स्थित उसके ठिकाने पर छापा मारा गया. छापेमारी में उसके पास से बांग्लादेशी पासपोर्ट, रीजेंट एयरवेज की कर्मचारी पहचान पत्र, ढाका शिक्षा बोर्ड का एडमिट कार्ड सहित कई दस्तावेज बरामद किए गए. साथ ही आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड जैसे फर्जी भारतीय दस्तावेज भी जब्त हुए.
सोशल मीडिया पर भी दिखावा
पुलिस जांच में सामने आया कि महिला सोशल मीडिया पर भी खुद को "देशभक्त भारतीय" दिखाने का प्रयास कर रही थी. उसने एक पोस्ट में ऐसे व्यक्ति की तस्वीर डाली थी, जिसे वह "बांग्लादेशी घुसपैठिया" बता रही थी, जबकि खुद उसी जुर्म में लिप्त पाई गई.
पुलिस कर रही गहरी जांच
कोलकाता पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि दस्तावेज तैयार करने में उसे किसने मदद की और क्या सत्यापन प्रक्रिया में कोई पुलिसकर्मी भी शामिल था. महिला से लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके.


