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राज्यसभा में तीन मनोनीत सांसदों ने थामा BJP का दामन, अब आंकड़ा पहुंचा 100 के पार

राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी की संख्या एक बार फिर 100 के पार पहुँच गई है. हाल ही में राष्ट्रपति ने उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन शृंगला और सदानंदन मास्टर को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया, जो अब भाजपा में शामिल हो गए हैं. इसके बाद पार्टी के उच्च सदन में कुल 102 सांसद हो गए हैं. यह भाजपा की राजनीतिक मजबूती को दर्शाता है और संसद में उसकी स्थिति को और मजबूत करता है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक बार फिर राज्यसभा में 100 का आंकड़ा पार कर लिया है. हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा तीन नए सदस्यों को राज्यसभा के लिए नामित किया गया था. इन सदस्यों में प्रमुख वकील उज्ज्वल निकम, पूर्व राजनायिक हर्षवर्धन शृंगला और केरल के सामाजिक कार्यकर्ता सदानंदन मास्टर शामिल हैं. ये तीनों अब औपचारिक रूप से भाजपा से जुड़ चुके हैं, जिससे राज्यसभा में पार्टी की कुल सीटें बढ़कर 102 हो गई हैं.

तीनों नए सदस्य बीजेपी के विचारों के करीबी

उज्ज्वल निकम का नाम पहले से ही राजनीतिक और कानूनी हलकों में जाना-पहचाना रहा है. उन्होंने पहले भी भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि वह जीत नहीं पाए थे. अब उन्हें उच्च सदन में भाजपा की आवाज के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, हर्षवर्धन शृंगला एक अनुभवी राजनयिक हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाते हैं. वह अमेरिका में आयोजित "हाउडी मोदी" जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. सदानंदन मास्टर केरल में आरएसएस की मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं और लंबे समय से भाजपा विचारधारा के साथ जुड़े हुए हैं.

राज्यसभा में बीजेपी की स्थिति हुई और मजबूत
इन तीनों के भाजपा में शामिल होने से राज्यसभा में भाजपा की संख्या अब 102 हो गई है, जिसमें 5 मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं. इससे पहले अप्रैल 2022 में बीजेपी ने पहली बार 100 का आंकड़ा पार किया था, लेकिन समय के साथ यह संख्या घटकर 99 रह गई थी. हाल ही में हुई इस बढ़त से भाजपा की राज्यसभा में स्थिति और अधिक सशक्त हो गई है, जिससे उसे विधायी प्रक्रिया में और आसानी होगी.

इतिहास में कांग्रेस भी पार कर चुकी है 100 का आंकड़ा
बीजेपी से पहले कांग्रेस भी राज्यसभा में सौ से अधिक सांसदों के आंकड़े को छू चुकी है. 1988 से 1990 के बीच कांग्रेस के 108 सांसद राज्यसभा में थे, लेकिन धीरे-धीरे वह संख्या कम होती गई. अब जब बीजेपी लगातार ऊपरी सदन में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, यह आने वाले राजनीतिक समीकरणों पर भी असर डाल सकती है.

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01 August 2025, 10:50 PM IST

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