महाराष्ट्र के पालघर में दर्दनाक हादसा, फार्मा कंपनी में गैस लीक होने से चार लोगों की मौत
महाराष्ट्र के पालघर जिले के बोईसर में स्थित मेडली फार्मा कंपनी में नाइट्रोजन गैस लीक से चार मजदूरों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा दोपहर के समय हुआ. प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और सुरक्षा मानकों की समीक्षा शुरू कर दी गई है. स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है.

महाराष्ट्र के पालघर जिले के तारापुर-बोईसर औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार को एक गंभीर दुर्घटना घटी, जब एक दवा कंपनी में नाइट्रोजन गैस का रिसाव हुआ. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से बीमार हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में भर्ती कराया गया है.
घटना की जानकारी
यह दर्दनाक घटना मुंबई से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित बोईसर के मेडली फार्मा कंपनी परिसर में हुई. पालघर जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि हादसा दोपहर करीब 2:30 से 3:00 बजे के बीच हुआ. कंपनी की एक इकाई में अचानक नाइट्रोजन गैस का रिसाव शुरू हो गया, जिससे वहां मौजूद श्रमिक प्रभावित हो गए.
प्रभावित लोगों की स्थिति
घटना के बाद तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया. छह श्रमिकों को तत्काल इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया. शाम 6:15 बजे तक यह पुष्टि हो चुकी थी कि उनमें से चार की मृत्यु हो चुकी है. बाकी दो श्रमिकों की हालत भी गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है.
नाइट्रोजन गैस कैसे बनती है खतरा?
नाइट्रोजन गैस आमतौर पर औद्योगिक प्रक्रियाओं में प्रयोग की जाती है, विशेष रूप से दवा कंपनियों में रासायनिक संतुलन बनाए रखने या अन्य गैसों को निष्क्रिय करने के लिए. हालांकि, यदि यह गैस नियंत्रित तरीके से उपयोग न की जाए या लीक हो जाए, तो यह जानलेवा बन सकती है. यह गैस रंगहीन और गंधहीन होती है, जिससे समय रहते खतरे का एहसास करना मुश्किल हो जाता है.
जांच के आदेश
स्थानीय प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से इस दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है. अधिकारियों ने कहा है कि यह देखा जाएगा कि सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं, और लापरवाही की स्थिति में जिम्मेदार व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राज्य औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग (DISH) को भी घटना की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. कंपनी परिसर को फिलहाल बंद कर दिया गया है और वहां के अन्य कर्मचारियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल
हादसे के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. स्थानीय निवासियों ने औद्योगिक क्षेत्र में नियमित सुरक्षा निरीक्षण की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके.


