'अखिलेश जी महाकुंभ पर अनर्गल प्रलाप बंद करिए...', X पर छिड़ी रार.., डिप्टी सीएम केशव मौर्य का पलटवार
केशव मौर्य ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'अखिलेश यादव जी, महाकुंभ को लेकर अनर्गल प्रलाप बंद कीजिए. पूरे देश से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं, और सरकार तथा भाजपा कार्यकर्ता दिन-रात श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं. आपकी राजनीति आस्था और व्यवस्थाओं को नीचा दिखाने तक सीमित हो गई है.

Maha Kumbh 2025: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव महाकुंभ के दौरान उत्पन्न अव्यवस्थाओं पर लगातार योगी सरकार पर हमला कर रहे हैं. वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर महाकुंभ के हालात का हवाला देते हुए आलोचना कर रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर तीखा पलटवार किया है और उन्हें महाकुंभ के बारे में अनर्गल बयानबाजी बंद करने की सलाह दी है.
केशव मौर्य ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'अखिलेश यादव जी, महाकुंभ को लेकर अनर्गल प्रलाप बंद कीजिए. पूरे देश से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं, और सरकार तथा भाजपा कार्यकर्ता दिन-रात श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं. आपकी राजनीति आस्था और व्यवस्थाओं को नीचा दिखाने तक सीमित हो गई है. कुंभ भारतीय संस्कृति का गौरव है, और इस पर सवाल उठाकर आप अपनी संकीर्ण सोच ही दिखा रहे हैं.' मौर्य ने यह भी कहा कि सरकार श्रद्धालुओं की सेवा में पूरी तरह समर्पित है और इसके बावजूद विपक्षी नेता इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं.
प्रयागराज के चारों तरफ जाम
वहीं अखिलेश यादव ने महाकुंभ के दौरान उत्पन्न परेशानियों को लेकर कई सोशल मीडिया पोस्ट की हैं. एक पोस्ट में उन्होंने प्रयागराज में जाम की समस्या को उजागर करते हुए लिखा, 'प्रयागराज में चतुर्दिक जाम की वजह से न तो खाने-पीने की चीजें उपलब्ध हो पा रही हैं और न ही जरूरी वस्तुएं जैसे दवाई, पेट्रोल, या डीजल. इससे प्रयागराज और महाकुंभ परिसर में फंसे श्रद्धालुओं की स्थिति गंभीर होती जा रही है.' उन्होंने यह भी लिखा कि लाखों श्रद्धालु भूखे-प्यासे हैं और उनकी मदद के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी नजर नहीं आ रहे हैं.
जाम को लेकर अखिलेश यादव उठा रहे हैं सवाल
अखिलेश ने दूसरी पोस्ट में बताया कि जाम में फंसे लोग घंटों अपने वाहनों में कैद हैं और जो लोग रास्ते में अस्वस्थ हो रहे हैं, उनकी मदद करने का कोई इंतजाम नहीं है. मोबाइल की बैटरी खत्म होने से श्रद्धालु अपनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की स्थिति पूरी तरह से विफल है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य मंत्री, जो इस समय मदद के लिए मौजूद होने चाहिए थे, वह कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं.


