MahaKumbh 2025: महाकुंभ में भीड़ कंट्रोल करने के लिए 51 अफसर भेजे गए प्रयागराज
महाकुंभ में उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में 51 अधिकारियों को भेजा है. इन अधिकारियों का मुख्य कार्य भीड़ को नियंत्रित करना है, साथ ही भाजपा कार्यकर्ता भी इस कार्य में सहायता प्रदान करेंगे.

MahaKumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. श्रद्धालु लंबी दूरी तय कर महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंचे हैं, लेकिन जाम में फंसे लोग परेशान हैं. जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिलकर व्यवस्था संभाली है. विशेषकर प्रयागराज से सटे जिलों जैसे जौनपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, भदोही, कौशांबी, मिर्जापुर, फतेहपुर और कानपुर में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कैम्प लगाकर श्रद्धालुओं को भोजन, पानी और दवा मुहैया कराना शुरू कर दिया है.
महाकुंभ के दौरान अब तक तीन प्रमुख स्नान संपन्न हो चुके हैं, फिर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बनी हुई है, और स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. प्रदेशों जैसे मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ आदि से श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे हैं. कई रास्तों पर लोग 20-20 घंटे जाम में फंसे हैं और वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं. इस समस्या को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो और खबरें वायरल हुईं, जिससे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 'सेवा ही संगठन' का सिद्धांत अपनाते हुए कार्यकर्ताओं को जाम में फंसे श्रद्धालुओं की मदद के निर्देश दिए.
70 से अधिक शिविर
इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सीमावर्ती जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर 70 से अधिक शिविर स्थापित किए हैं. इन शिविरों के माध्यम से श्रद्धालुओं की मदद की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ के आयोजन तक भाजपा कार्यकर्ता श्रद्धालुओं की सेवा करते रहेंगे.
28 अफसरों को भेजा गया प्रयागराज
महाकुंभ में व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 अफसरों को प्रयागराज भेजा है. इन अफसरों में संयुक्त मजिस्ट्रेट, एडीएम, एसडीएम और अन्य उच्च अधिकारियों को तैनात किया गया है. इनकी जिम्मेदारी 17 फरवरी तक महाकुंभ में व्यवस्थाएं सुधारने की है.
इसके अतिरिक्त, डीजीपी मुख्यालय ने 23 आईपीएस और पीपीएस अफसरों को भी प्रयागराज में तैनात किया है. इन अफसरों को माघी पूर्णिमा स्नान के दौरान भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है. इन अधिकारियों की तैनाती 15 फरवरी तक रहेगी.


