DELHI पुलिस के दो पुलिसकर्मी हिरासत में, धोखाधड़ी के मामले की जांच करने गए थे यूपी, ये रही वजह
हमें पता चला कि जिस व्यक्ति (अंकित जैन) ने दिल्ली पुलिस को सूचना दी थी...उसकी बहन ने एक कंपनी शुरू की थी जिसमें आरोपियों में से एक (सचिन) का भाई विश्वजीत साझेदार है। वे पैसों के मुद्दे पर झगड़ रहे थे। हम आगे की जांच कर रहे हैं।"

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में दो कांस्टेबलों को गिरफ्तार करने गई दिल्ली पुलिस की टीम को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। यह घटना मंगलवार को हुई जब दिल्ली के पांच पुलिसकर्मी 1.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में छापेमारी कर रहे थे। अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की टीम बिना किसी लिखित आदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस की आधिकारिक अनुमति के, ललितपुर के दो पुलिसकर्मियों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार करने के लिए ललितपुर पहुंची थी।
बिना सूचित के थाने में किया था प्रवेश
यूपी पुलिस ने बताया कि टीम ने सादे कपड़े पहने और हथियारों से लैस होकर एक निजी वाहन में आकर बिना किसी पूर्व सूचना के ललितपुर थाने में प्रवेश किया। उन्होंने दो पुलिसकर्मियों - विश्वजीत और सचिन अवस्थी - को उनके सरकारी आवास से और तीसरे आरोपी बिक्की राजा को ललितपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। जब ललितपुर पुलिस को गिरफ़्तारियों की सूचना मिली तो उन्होंने दिल्ली की टीम को बीच रास्ते में ही रोक दिया। दोनों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद ललितपुर पुलिस ने पुलिस इंस्पेक्टर दर्शन सिंह समेत दिल्ली पुलिस की टीम को हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि उनसे पूरे दिन पूछताछ की गई और माफ़ी मांगने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।
प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, "दिल्ली पुलिस की टीम धोखाधड़ी के एक मामले में हमारे एक कांस्टेबल को गिरफ्तार करने यहां आई थी। लेकिन उन्होंने किसी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया और हमें सूचित किए बिना ही यहां आ गए।"