EL Nino क्या है? जिसकी वजह से झेलनी पड़ रही है गर्मी की मार, जानिए सबकुछ
Weather Update: देश के कई हिस्सों में भी गर्मी का प्रकोप जारी है. बढ़ती गर्मी को देख लोग बेसब्री से मानसून का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन दिन ब दिन तापमान में बढ़ोतरी हो रही हैं जिसको लेकर मानसून के प्रभावित होने की संभावना जताई है.

Weather Update: देशभर में लोगों को गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है. धूप इतनी तेज है कि लोग झुलस रहे हैं. चिलचिलाती धूप और तेज गर्मी लोगों का जीना मुहाल कर रही है. सामान्य से अधिक हो रही इस गर्मी के पीछे का मुख्य वजह अल नीनो इफेक्ट बताया जा रहा है. अल नीनो की वजह से ही गर्मी का तापमान बढ़ता है.
दरअसल, अल नीनो के कारण ही गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है. ये इफेक्ट न सिर्फ तापमान को बढ़ता है बल्कि, मानसून पर भी गहरा असर डालता है. तो चलिए जानते हैं क्या है अल नीनो इफेक्ट जिसकी वजह से लोगों को गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है.
अल नीनो क्या है?
अल नीनो इफेक्ट प्राकृतिक जलवायु घटना का एक हिस्सा है जिसे अल नीनो दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) कहा जाता है. ये दो प्रकार के होते हैं पहला अल नीनो और दूसरा ला नीना. अल नीनो इफेक्ट मध्य और पूर्वी प्रशांत सागर में समुद्र का तापमान सामान्य से अधिक होने पर बनती हैं. यानी इसी इफेक्ट की वजह से गर्मी का तापमान बढ़ता है. जब पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में रहने वाला गर्म सतह वाला पानी भूमध्य रेखा के साथ पूर्व की तरफ बढ़ने लगता है तो इसका असर भारत के मौसम पर पड़ता है. इस दौरान भारत में भीषण गर्मी कहर देखने को मिलता है.
अल नीनो इफेक्ट की वजह से कैसे बढ़ती है गर्मी
गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ने का मुख्य कारण समुद्र में बदलाव के कारण होता है. दरअसल, प्रशांत महासागर का में सतही जल पूर्व में ठंडा और पश्चिम में गर्म होता है. जब हवाएं पूर्व से पश्चिम की ओर बहती हैं, और जैसे-जैसे वे इस दिशा में आगे बढ़ती हैं, सूर्य की गर्मी पानी को उत्तरोत्तर गर्म करती जाती है. इस दौरान अल नीनो घटनाएं होती है जो हवाओं को कमजोर कर देती है जिसकी वजह से गर्म सतह का पानी पूर्व की ओर चला जाता है. जब गर्म पानी आगे तक फैल जाता है और समुद्र के सतह के करीब आ जाता है तब वातावरण में अधिक गर्मी निकलती है जिससे गीली और गर्म हवा बनती है.


