Operation Sindoor: क्यों चुना बहावलपुर? ऑपरेशन सिंदूर में भारत का सटीक हमला
Operation Sindoor: पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय माना जाता है. यहां स्थित जामिया मस्जिद सुब्हान अल्लाह, जिसे उस्मान-ओ-अली कैंपस भी कहा जाता है, पर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक हमला कर आतंकी संगठन के मुख्य ठिकाने को निशाना बनाया.

Operation Sindoor: भारतीय सशस्त्र बलों ने एक गुप्त और अत्यंत सटीक सैन्य अभियान 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर रातभर चले हमले में बड़ी सफलता हासिल की है. इस संयुक्त सैन्य अभियान में थल, वायु और नौसेना की विशेष इकाइयों ने मिलकर काम किया. ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैसे आतंकी संगठनों के प्रशिक्षण केंद्रों और लॉजिस्टिक बेस को ध्वस्त करना था, जो दशकों से भारत के खिलाफ आतंक फैलाते रहे हैं.
पाकिस्तान सरकार ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि भारत ने कोटली, मुरिदके और बहावलपुर में नौ ठिकानों को निशाना बनाया. इनमें से पांच आतंकी ठिकाने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में और चार पाकिस्तान के भीतर थे. हमले में विशेष सटीक हथियारों, ड्रोन, और लंबी दूरी से निर्देशित मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया.
बहावलपुर पर सीधा हमला: भारत का बड़ा संदेश
इस ऑपरेशन में सबसे प्रमुख लक्ष्य बहावलपुर था, जिसे जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय माना जाता है. बहावलपुर, पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर है, जहां जामिया मस्जिद सुब्हान अल्लाह परिसर स्थित है. यह परिसर अल-रहमत ट्रस्ट द्वारा संचालित होता है, जो जैश-ए-मोहम्मद का फ्रंटल संगठन है. इस परिसर में मदरसा, मस्जिद, स्विमिंग पूल, घुड़सवारी के अस्तबल और एक जिम शामिल है. करीब 18 एकड़ में फैले इस परिसर पर सटीक हमले के ज़रिए भारत ने आतंकी नेटवर्क की जड़ों पर सीधा प्रहार किया.
मौलाना मसूद अजहर और जैश का नेटवर्क
मसूद अजहर, जो जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक है, 1968 में बहावलपुर में ही पैदा हुआ था. उसे 1994 में भारत में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 1999 के कंधार अपहरण कांड में रिहा किया गया. इसके तुरंत बाद उसने जैश की स्थापना की. बताया जाता है कि उसने अफगानिस्तान में ओसामा बिन लादेन से संपर्क साधा था और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से वर्षों तक सहयोग प्राप्त किया.
भारत की नई रणनीति और स्पष्ट संदेश
ऑपरेशन सिंदूर भारत की पारंपरिक 'स्ट्रेटजिक रेस्ट्रेंट' नीति से एक स्पष्ट बदलाव है. पहली बार भारत ने पाकिस्तान के भीतर इतने गहरे घुसकर हमला किया है. बहावलपुर जैसे हाई-सिक्योरिटी क्षेत्र में, जहां पाकिस्तानी सेना की 31वीं कोर और एक संभावित परमाणु सुविधा भी है, हमला करके भारत ने अपनी सैन्य और खुफिया क्षमताओं का प्रदर्शन किया है. यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब केवल प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि जरूरत पड़ने पर आक्रामक कार्रवाई करेगा.


