आपने ऑपरेशन रोका क्यों? जब रक्षा मंत्री के सामने खड़े हुए राहुल गांधी, सीजफायर पर पूछा सवाल, जानें क्या मिला जवाब
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की सटीक प्रतिक्रिया थी. 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने नौ ठिकानों पर हमला किया. पाकिस्तान की युद्धविराम अपील पर भारत ने शांति के लिए सशर्त सहमति दी. राहुल गांधी के सवाल पर संसद में बहस भी हुई.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने युद्धविराम की पहल क्यों और कैसे की. यह जानकारी संसद में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में हुई बहस के दौरान दी गई. 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक सटीक और शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई की थी.
हमारा उद्देश्य युद्ध नहीं, सटीक जवाब देना था
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का मकसद युद्ध छेड़ना नहीं था, बल्कि दुश्मन को भारत की सैन्य शक्ति का अहसास कराना था. उन्होंने कहा, “हमने सशस्त्र बलों को लक्ष्य तय करने और कठोर कार्रवाई करने की पूरी छूट दी. ऑपरेशन का उद्देश्य आतंक के खिलाफ स्पष्ट संदेश देना था.” उन्होंने बताया कि 10 मई की सुबह भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई हवाई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिससे पाकिस्तान पीछे हट गया और युद्धविराम की मांग की.
पाकिस्तान ने मांगी शांति
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि जैसे ही भारत के हमले से पाकिस्तान को बड़ा नुकसान हुआ, उन्होंने भारत के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) को फोन कर युद्ध रोकने की अपील की. उन्होंने पाकिस्तान के शब्दों का हवाला देते हुए कहा, “उन्होंने कहा, ‘महाराज, अब रुकिए, बहुत हो गया.’” इस पर भारत ने यह प्रस्ताव सशर्त स्वीकार किया कि पाकिस्तान आगे कोई उकसावे वाली कार्रवाई नहीं करेगा.
राहुल गांधी का हस्तक्षेप
राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी अचानक उठे और पूछा, “आपने ऑपरेशन रोक क्यों दिया?” उनके सवाल से संसद में कुछ देर के लिए हंगामे का माहौल बन गया. सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने भी प्रतिक्रिया दी. रक्षा मंत्री ने राहुल को शांत रहने का इशारा करते हुए कहा, “मैं आपके सवाल का जवाब अपने भाषण में दे चुका हूं. पहले पूरा भाषण सुनिए, फिर सवाल पूछिए.”
भारत ने नहीं बढ़ाया तनाव
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था, न कि क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाना. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने जब नौ स्थानों पर हमले किए, उसी दौरान भारत के DGMO ने पाकिस्तान के समकक्ष अधिकारी को फोन कर स्पष्ट किया कि यह हमला आतंकवाद के खिलाफ है, न कि पाकिस्तान की आम जनता के खिलाफ.


