शशि थरूर बनेंगे केरल के सीएम?, राहुल गांधी से मुलाकात कर कांग्रेस में अपने रोल को लेकर की चर्चा
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केरल का मुख्यमंत्री बनने की मंशा जाहिर की है. इस संबंध में उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की है. साथ ही उन्होंने पार्टी में अपनी भूमिकाओं को लेकर भी कांग्रेस नेता से चर्चा की. दरअसल, हाल के बयानों के बाद केरल कांग्रेस में शशि थरूर के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है. आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद ने पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे की तारीफ की थी.

तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी से चर्चा के बाद 'नाखुश' हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर अपनी चिंताओं को दूर करने में विफल रहे. कांग्रेस आलाकमान थरूर की इस बात से नाराज है कि उन्होंने प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी मुलाकात पर पार्टी के रुख से अलग रुख अपनाया. हाल ही में एक लेख में उन्होंने केरल में कांग्रेस के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी एलडीएफ सरकार के तहत औद्योगिक विकास की तारीफ की थी, इसके बाद वह केरल कांग्रेस के निशाने पर आ गए.
थरूर ने कुछ दिन पहले दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी और पार्टी के भीतर दरकिनार किए जाने पर "गहरी नाराजगी" जाहिर की थी.रिपोर्ट के अनुसार, तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद ने इस बात पर भी विरोध जताया कि उन्हें संसद के अंदर प्रमुख बहसों में भाग लेने से रोका जा रहा है. अपनी मुलाकात के दौरान थरूर ने राहुल से कहा कि वे संसद में पार्टी का नेतृत्व संभालने में सक्षम हैं.
राहुल गांधी ने दिया कोई जवाब
थरूर ने राहुल से यह भी जानना चाहा कि क्या पार्टी चाहती है कि वे राज्य की राजनीति पर ध्यान केंद्रित करें, लेकिन राहुल जवाब देने को तैयार नहीं थे. थरूर जानना चाहते थे कि क्या AICC की उन्हें केरल का मुख्यमंत्री बनाने की कोई योजना है. उनके असंतोष को और बढ़ाने वाली बात यह है कि उन्हें अचानक ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रभार से हटा दिया गया, जिसे उन्होंने ही बनाया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल ने साफ किया कि कांग्रेस में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुनने की परंपरा नहीं है. पता चला है कि राहुल अपनी किसी भी शिकायत या सुझाव पर कोई वादा करने को तैयार नहीं थे.
क्या शशि थरूर केरल के अगले कांग्रेसी मुख्यमंत्री बन सकते हैं?
संयुक्त राष्ट्र के बाद के अपने राजनीतिक करियर में थरूर ने अपनी पार्टी और देश के लिए सार्थक योगदान देने के लिए 'सम्मानजनक भूमिकाएं' मांगी हैं. लेकिन अब एआईसीसी तीन बार के कांग्रेस सांसद के प्रति कोई कदम लेने को तैयार नहीं है.
खरगे के खिलाफ लड़ा था अध्यक्ष का चुनाव
एआईपीसी से उनका निष्कासन, इस संगठन ने थरूर को गांधी परिवार के वफादार मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ते समय अच्छी संख्या में वोट हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
थरूर ने 2026 में राज्य विधानसभा चुनाव होने पर मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में अपनी स्थिति को व्यक्त किया है. हालांकि, पार्टी के आलाकमान के समर्थन के बिना यह बेहद असंभव लगता है. विशेष रूप से, कांग्रेस केरल इकाई के कई सीनियर नेता इसके खिलाफ हैं और उनके मुख्यमंत्री बनने की राह में रोड़ा बन सकते हैं.


