GRAP-4 हटते ही फिर जहरीली हुई दिल्ली-एनसीआर की हवा...कई जगहों पर AQI 400 पार, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
दिल्ली में सर्दियों के साथ प्रदूषण फिर गंभीर हो गया है. AQI 390 तक पहुंच गया, कई इलाकों में स्थिति बेहद खराब है. घने कोहरे और स्थिर मौसम के कारण हालात बिगड़े हैं, जिससे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ गया है.

नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण ने गंभीर रूप ले लिया है. सर्दियों के मौसम में हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली की हवा लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बढ़कर 390 तक पहुंच गया है, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है. कई इलाकों में हालात इससे भी ज्यादा चिंताजनक बने हुए हैं.
19 निगरानी केंद्रों पर ‘गंभीर’ स्थिति
CPCB के अनुसार, दिल्ली के 19 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई है. राजधानी के प्रमुख प्रदूषित इलाकों में आनंद विहार सबसे ऊपर रहा, जहां AQI 457 तक पहुंच गया. यह स्तर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है. इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ स्तर पर बनी हुई है, जिससे आम लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
AQI का पैमाना क्या कहता है?
CPCB द्वारा तय मानकों के अनुसार, AQI को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है. 0 से 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है. वर्तमान में दिल्ली का औसत AQI 390 के आसपास पहुंच चुका है, जो साफ तौर पर दर्शाता है कि राजधानी की हवा बेहद जहरीली हो चुकी है.
घना कोहरा भी बढ़ा रहा परेशानी
प्रदूषण के साथ-साथ मौसम भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार के लिए बहुत घने कोहरे को लेकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में सुबह और देर रात के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जिससे दृश्यता काफी कम हो सकती है. इसका असर सड़क यातायात, रेल और हवाई सेवाओं पर भी पड़ सकता है.
तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 0.5 डिग्री कम है. वहीं, अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से लगभग 2 डिग्री अधिक दर्ज किया गया. ठंडी हवाओं की कमी और स्थिर वातावरण के चलते प्रदूषक तत्व हवा में ही फंसे हुए हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है.
स्वास्थ्य को लेकर बढ़ी चिंता
डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने खराब वायु गुणवत्ता को लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है. अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने, मास्क का इस्तेमाल करने और घरों में एयर प्यूरीफायर या साफ-सफाई पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है.
हालात पर नजर
दिल्ली में प्रदूषण और मौसम की दोहरी मार ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि स्थायी समाधान कब निकलेगा. फिलहाल प्रशासन और संबंधित एजेंसियां हालात पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन आम लोगों को साफ हवा के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.


