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'कपड़े उतरवाए, टॉयलेट नहीं जाने दिया, मेल ऑफिसर ने...,' अमेरिका में भारतीय महिला ने बयां किया दर्द

श्रुति चतुर्वेदी, एक भारतीय महिला ने एंकोरेज एयरपोर्ट पर अपने साथ हुए 8 घंटे के दुर्व्यवहार की घटना साझा की. जहां उसे FBI ने हिरासत में लिया और अपमानजनक पूछताछ की. श्रुति ने इस अनुभव को साझा करते हुए भारतीय यात्रियों के साथ विदेशों में हो रहे भेदभाव और असम्मानजनक व्यवहार पर चिंता जताई.

हाल ही में एक भारतीय महिला ने अमेरिका के एंकोरेज एयरपोर्ट पर अपने साथ हुए भयानक अनुभवों को साझा किया. जहां उसे FBI (Federal Bureau of Investigation) द्वारा 8 घंटे तक हिरासत में रखा गया. इस घटना ने भारतीय यात्रियों के साथ विदेशों में हो रहे भेदभाव और असम्मानजनक व्यवहार को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. महिला ने बताया कि एयरपोर्ट सुरक्षा ने उसके हैंडबैग में पावर बैंक को संदिग्ध मानकर उसे हिरासत में लिया और उसके साथ कई अपमानजनक कदम उठाए.

इस महिला का नाम श्रुति चतुर्वेदी है, जो भारतीय एक्शन प्रोजेक्ट और चायपानी की संस्थापक हैं. श्रुति ने एक वायरल पोस्ट में अपनी इस आपबीती को साझा करते हुए बताया कि एयरपोर्ट पर उसे कड़ी पूछताछ का सामना करना पड़ा. एक पुरुष अधिकारी ने उसे शारीरिक रूप से चेक किया, जबकि उसे फोन कॉल करने या किसी से संपर्क करने की अनुमति भी नहीं दी गई.

महिला के साथ अनुचित व्यवहार

श्रुति चतुर्वेदी ने पोस्ट में लिखा कि उसे एंकोरेज एयरपोर्ट पर एक कमरे में बंद कर दिया गया और उसे शौचालय का उपयोग करने की भी अनुमति नहीं दी गई. कपड़े उतरवा दिए गए, मोबाइल फोन, पर्स छीन लिए. इस दौरान उसे ना तो अपना फोन इस्तेमाल करने दिया गया और ना ही अपनी वालेट तक तक पहुंचने की अनुमति थी. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान, श्रुति ने ये भी बताया कि उसे अपने परिवार या किसी और से संपर्क करने की इजाजत नहीं दी गई.

8 घंटे की हिरासत और फोन से प्रतिबंध

श्रुति चतुर्वेदी ने आगे कहा कि कल्पना कीजिए कि आप 8 घंटे तक पुलिस और FBI के हाथों हिरासत में रहते हैं, जहां आपसे सबसे अजीब सवाल पूछे जाते हैं, एक पुरुष अधिकारी आपको कैमरे के सामने शारीरिक रूप से चेक करता है, आपके गर्म कपड़े और फोन छीन लिए जाते हैं और आपको किसी से संपर्क करने या शौचालय जाने की अनुमति नहीं दी जाती है. ये सब उस समय हुआ जब एयरपोर्ट सुरक्षा ने मेरे हैंडबैग में पावर बैंक को संदिग्ध मान लिया था.

वह अपनी पोस्ट में और भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करती हैं, "मुझे कल्पना करने की जरूरत नहीं है, मैं पहले ही 7 घंटे बुरा अनुभव कर चुकी हूं. और हम सभी जानते हैं कि क्यों."

अब मैं ठीक हूं...- श्रुति

श्रुति ने बाद में ये भी साझा किया कि वो ये पोस्ट अमेरिका से बाहर निकलने के बाद ही साझा कर पा रही थी. उन्होंने आगे कहा- हाय! मैं ठीक हूं और ये पोस्ट मैं सिर्फ तब डाल रही हूं जब मैं अमेरिका से बाहर थी. उन्होंने मुझे और मेरे दोस्त को 8 घंटे की नोंसेंस के बाद छोड़ दिया और कुछ नहीं मिला. उन्होंने हमारे सारे सामान को रखा और हमें एक बेकार डफल बैग दे दिया. बहरहाल, बात ये है कि भारत के बाहर भारतीय काफी बेबस होते हैं. खासकर जब आप किसी से फोन कॉल तक नहीं कर सकते.

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया और चिंता

श्रुति चतुर्वेदी की पोस्ट ने सोशल मीडिया पर चिंता और गुस्से की लहर दौड़ा दी है. भारतीय यात्रियों के साथ इस तरह के व्यवहार को लेकर कई लोग हैरान हैं और सवाल उठा रहे हैं कि विदेशों में भारतीयों के साथ ऐसे भेदभावपूर्ण और अपमानजनक व्यवहार क्यों किया जाता है.

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08 April 2025, 02:46 PM IST

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