इस रूसी मिसाइल से टेंशन में यूरोप, इसका नाम है...., ये करने में सक्षम है...
सूत्रों के अनुसार, नई बैलिस्टिक मिसाइल में एक अत्याधुनिक और कुशल इंजन लगाया है. इससे इसकी प्रदर्शन क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है. इस नए इंजन की बदौलत मिसाइल की ईंधन दक्षता में 15 प्रतिशत तक सुधार हुआ है. इससे इसकी क्षमता और संचालन अवधि में इजाफा हुआ है, विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक अपडेट मिसाइल प्रणाली को अधिक प्रभावी और रणनीतिक रूप से सक्षम बनाएगी, रक्षा अनुसंधान संगठनों की ओर से इस सुधार को बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है.

इंटरनेशनल न्यूज. यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस ने यूरोप में तवाव बढ़ा दिया है. उसने अपनी नई बैलिस्टिक मिसाइल इस्कैंडर-1000 में बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू कर दिया है, जिसे सैन्य विशेषज्ञ 'गेम चेंजर' मान रहे हैं. यह मिसाइल रूस की मारक क्षमाता को बढ़ाने के साथ-साथ रणनीतिक रूप से यूरोप को बड़े हिस्से को उसकी पहुंच ला सकता है. इससे नाटो और उसके सहयोगियों को अपनी मिसाइल रक्षा रणनीतियों पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है.
इस्कैंडर-1000 दरअसल इस्कैंडर-एम मिसाइल का अपडे वर्जन है. इसमें कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं. इससे यह अब 1,000 किलोमीटर दूर तक लक्ष्य भेदने में सक्षम हो गई है. यह सीमा इसके पिछले संस्करणों की तुलना में लगभग दोगुनी है. सूत्रों के अनुसार, बैलिस्टिक मिसाइल में नया कुशल इंजन लगा है तथा इसकी ईंधन क्षमता 15 प्रतिशत बढ़ा दी गई है.
दुश्मनों को चकमा देने के लिए...
यह ध्यान देने योग्य है कि इस्कैंडर-1000 पिछले साल मई में कपुस्टिन यार मिसाइल परीक्षण स्थल की 78वीं वर्षगांठ के जश्न के दौरान जारी किए गए एक वीडियो के माध्यम से सामने आया था. एक प्रमुख अपग्रेड जो इस्कैंडर-1000 को अपने पूर्ववर्ती से अलग करता है. वह है मिसाइल का उन्नत रॉकेट इंजन जो आधुनिक तकनीकों और एक नए ईंधन मिश्रण पर आधारित है. यह अपग्रेड इसे अधिक गति और विस्तारित सीमा प्रदान करता है. बैलिस्टिक मिसाइल को अवरोधन-प्रूफ बनाने के लिए, रूस ने इसे निष्क्रिय और सक्रिय दोनों तरह के डिकॉय सहित उन्नत काउंटरमेजर सिस्टम से लैस किया है. ये डिकॉय विशेष रूप से दुश्मन की इंटरसेप्टर मिसाइलों को चकमा देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
TERCOM से मिसाइल की सटीकता में सुधार
इस्कैंडर-1000 एक उन्नत मार्गदर्शन प्रणाली से सुसज्जित होगा जो उपग्रह सुधारों के साथ एक सेल्फ कंट्रोल नेविगेशन प्रणाली को एकीकृत करता है और उच्च सटीकता प्राप्त करने के लिए अंतिम उड़ान चरण में रडार मार्गदर्शन का भी उपयोग कर सकता है. इसके अतिरिक्त, इसमें टेरेन कॉन्टूर मैचिंग (TERCOM) तकनीक शामिल है, जो इसकी सटीकता को बेहतर बनाती है. इसके परिणामस्वरूप सर्कुलर एरर प्रोबेबल (CEP) 16 फीट (4.88 मीटर) से अधिक नहीं होती है. रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस्कैंडर-1000 मास्को की मिसाइल क्षमताओं में एक प्रमुख रणनीतिक बदलाव को दर्शाता है.


