शी जिनपिंग के नाक के नीचे जासूसी का बड़ा खेल! महिला अधिकारी ने चुराई 3 लाख सीक्रेट फाइलें, ताइवान को भेजी जानकारी
बीजिंग से सामने आया एक चौंकाने वाला मामला चीन के प्रशासन को हिलाकर रख दिया है. एक महिला अधिकारी पर आरोप है कि उसने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नाक के नीचे बैठकर मंत्रालय की 3 लाख गोपनीय फाइलें स्कैन कर वी-चैट के जरिए ताइवान को भेज दी. महिला का सरनेम झांग बताया जा रहा है.

चीन की राजधानी बीजिंग से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रशासन को हिला कर रख दिया है. एक महिला अधिकारी पर आरोप है कि उसने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नाक के नीचे बैठकर चीन के मंत्रालय से तीन लाख गोपनीय दस्तावेज चुरा लिए और उन्हें स्कैन कर ताइवान भेज दिया. रिपोर्ट के अनुसार, इन फाइलों को वी-चैट के जरिए बाहर भेजा गया, और शक है कि ये जानकारी सीधे ताइवान की खुफिया एजेंसियों तक पहुंचाई गई है.
इस घटना के बाद चीन के सैन्य और खुफिया विभाग में हड़कंप मच गया है. महिला अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इस जासूसी कांड के पीछे एक सोची-समझी साजिश है, जिसमें पैसे और राजनीतिक फायदे दोनों जुड़े हो सकते हैं.
महिला अधिकारी ने कैसे रचा जासूसी का जाल?
चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी महिला अधिकारी का सरनेम झांग है, और वह बीजिंग स्थित एक मंत्रालय में कार्यरत थी. काम के दौरान ही उसके पास से एक संदिग्ध डिवाइस बरामद हुआ, जिसने पूरे मामले की परतें खोल दी.
वी-चैट बना जासूसी का हथियार
चीनी खुफिया अधिकारियों ने बताया कि महिला ने पहले उन विदेशी एजेंसियों से संपर्क साधा, जिन्हें चीन की खुफिया जानकारी की जरूरत थी. इसके बाद वह मंत्रालय की गोपनीय फाइलों को स्कैन कर वी-चैट के माध्यम से भेजने लगी. अब तक वह करीब 3 लाख सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स भेज चुकी है.
पैसे का लेनदेन अभी रहस्य
अधिकारियों का कहना है कि इस महिला अधिकारी को इस काम के बदले कितने पैसे मिले, इसकी जांच अभी जारी है. माना जा रहा है कि इस जासूसी ऑपरेशन में विदेशी फंडिंग भी शामिल हो सकती है.
ऐसे पकड़ी गई महिला अधिकारी
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अधिकारी ने अपने ऑफिस में एक डिवाइस इंस्टॉल किया था, जिससे सीक्रेट मीटिंग्स को रिकॉर्ड किया जा रहा था. यह डिवाइस गलती से उसकी कुर्सी से गिर गया, जिसके बाद मौजूद अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी.
केस पहुंचा स्पेशल डिपार्टमेंट तक
जैसे ही यह डिवाइस बरामद हुआ, चीन के सुरक्षा विभाग ने तुरंत जांच शुरू की और स्पेशल डिपार्टमेंट को बुला लिया गया. प्रारंभिक जांच में ही महिला के ताइवान कनेक्शन का खुलासा हो गया और उसके खिलाफ आधिकारिक रूप से जासूसी का मामला दर्ज कर लिया गया है.
चीन में जासूसी की सजा - सीधे मौत
गौरतलब है कि चीन में जासूसी को सबसे गंभीर अपराधों में से एक माना जाता है और इसके लिए सीधी फांसी की सजा का प्रावधान है. यही वजह है कि महिला अधिकारी के खिलाफ ट्रायल की प्रक्रिया तेज़ी से शुरू कर दी गई है.