यूएन में बिलावल भुट्टो ने भारत के मुसलमानों पर झूठ बोला, मुस्लिम पत्रकार ने किया बेनकाब
बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश की. उन्होंने मुसलमानों पर झूठे आरोप लगाए. लेकिन एक मुस्लिम पत्रकार ने उनकी बोलती बंद कर दी, सच सामने लाकर बिलावल की सच्चाई उजागर कर दी.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने भारत के खिलाफ एक बार फिर नफरत फैलाने की कोशिश की, लेकिन उनके झूठ का पर्दाफाश एक विदेशी मुस्लिम पत्रकार ने कर दिया. बिलावल ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से दावा किया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में मुसलमानों को आतंकियों की तरह देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत इजरायल की नकल करते हुए मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कॉपी बनना चाहते हैं. बिलावल के इस बयान ने फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया.
हालांकि, बिलावल के इस झूठे बयान का खुलासा एक विदेशी मुस्लिम पत्रकार ने किया. पत्रकार ने कहा कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग में सेना की ओर से एक मुस्लिम अधिकारी ने नेतृत्व किया था, जिससे यह साबित होता है कि भारत में मुस्लिम समुदाय को अलग नजर से नहीं देखा जाता. इस तथ्य को सुनकर बिलावल भुट्टो पूरी तरह चुप रह गए और उनकी बोलती बंद हो गई.
बिलावल भुट्टो ने भारत पर झूठा आरोप लगाया
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना द्वारा पहलगाम में हुए आतंकी हमले का कड़ा जवाब था. पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया. ऑपरेशन के दौरान प्रेस ब्रीफिंग लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दी थी. दोनों अधिकारियों ने भारतीय सेना की कार्रवाईयों और सफलताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी. इसके अलावा विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी प्रेस ब्रीफिंग में मौजूद थे.
मुस्लिम पत्रकार ने करारा जवाब दिया
यह प्रेस ब्रीफिंग यह साबित करती है कि भारत की सेना में मुस्लिम अधिकारी भी उच्च पदों पर कार्यरत हैं और उन्हें समान अधिकार प्राप्त हैं. भारत सरकार और सेना का यह संदेश बिलावल भुट्टो के आरोपों को पूरी तरह गलत ठहराता है. इसके बावजूद पाकिस्तान के नेता बार-बार भारत के खिलाफ झूठे और भड़काऊ बयान देकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि खराब करने की कोशिश करते रहते हैं.
मुस्लिम पत्रकार ने दिया सच्चाई का जवाब
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ होता है कि भारत में धार्मिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं है और देश की एकता और समरसता को बनाए रखने के लिए सभी समुदायों को समान सम्मान दिया जाता है. बिलावल भुट्टो के झूठ को ध्वस्त कर देने वाला यह मामला पाकिस्तान के सच को उजागर करता है और विश्व समुदाय के सामने भारत की असली तस्वीर पेश करता है.


