अंदर से पुराना, ऊपर से पॉलिश: चीन के J-10C की असलियत आई सामने!
चीन J-10C फाइटर जेट को 4.5 जेनरेशन लड़ाकू विमान मानता है और पाकिस्तान एयरफोर्स को इसकी आपूर्ति कर चुका है. यह जे-10 सीरीज का सबसे एडवांस विमान है, जिसमें AESA रडार, स्टील्थ-फ्रेंडली डिजाइन और PL-15 जैसी आधुनिक बीवीआर मिसाइलें शामिल हैं.

चीन ने हाल ही में अपने लड़ाकू विमान जे-10सी को बेचने के लिए बड़े दावे किए हैं, खासकर पाकिस्तान के खिलाफ राफेल के मुकाबले इसे पेश करने की कोशिश की है. लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक, चीन के दावे खोखले हैं, क्योंकि जे-10सी की वास्तविक क्षमताएं बहुत सीमित हैं. चीन का दावा है कि जे-10सी एक अत्याधुनिक 4.5 जेनरेशन फाइटर जेट है, जिसमें AESA रडार, स्टील्थ-फ्रेंडली डिजाइन और PL-15 मिसाइल जैसी आधुनिक तकनीकें शामिल हैं. हालांकि, द वॉर जोन (TWZ) की रिपोर्ट और अन्य रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, जे-10सी की वास्तविक क्षमता पर सवाल उठाए गए हैं.
जे-10सी को चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ने बनाया है, और यह जे-10 सीरीज का सबसे एडवांस फाइटर जेट माना जाता है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इसका एयरफ्रेम पुराना हो चुका है और इसमें बस कुछ नए एवियोनिक्स जोड़े गए हैं. इसके अलावा, जे-10सी में इस्तेमाल किया गया WS-10 इंजन भी विश्वसनीय नहीं है और इसे बार-बार अपग्रेड किया गया है. यह इंजन अक्सर फेल हो जाता है और इसकी थ्रस्ट-टू-वेट रेशियो भी कमजोर है. इसके विपरीत, भारत के Su-30MKI में लगा AL-31 इंजन ज्यादा भरोसेमंद और उच्च प्रदर्शन वाला है.
राफेल से टक्कर के दावे पर उठे सवाल
चीन जे-10सी फाइटर जेट को 30 से 35 मिलियन डॉलर में बेचने का प्रयास कर रहा है, जो इसके गुणवत्ता को लेकर विशेषज्ञों के संदेह को और मजबूत करता है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जे-10सी में लगा KLJ-7A AESA रडार कागज पर प्रभावी नजर आता है, लेकिन इसकी वास्तविक रेंज और ECCM (Electronic Counter Countermeasures) क्षमता भारतीय और पश्चिमी राडार्स के मुकाबले कमजोर है. साथ ही, इसमें इन्फ्रारेड सर्च एंट ट्रैक (IRST) क्षमता भी सीमित है और राफेल या तेजस Mk1A के स्तर का हेलमेट-माउंटेड सिचुएशनल सिस्टम भी नहीं है.
J-10C का एयरफ्रेम और इंजन है पुराना
चीन जे-10सी के साथ PL-15 BVR मिसाइल भी बेचने की कोशिश कर रहा है, जिसकी रेंज 200-300 किमी बताई जाती है. हालांकि, यह मिसाइल केवल तब प्रभावी होती है जब लक्ष्य पूरी तरह से लॉक हो. भारत के एयर डिफेंस सिस्टम, जिसमें उच्च स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्षमता शामिल है, ने कई बार PL-15 मिसाइलों को प्रभावी तरीके से गिरा दिया है. इससे यह स्पष्ट है कि जे-10सी की क्षमताएं जो चीन प्रचारित कर रहा है, हकीकत से काफी दूर हैं.


