55 गुना छोटे देश ने दिखाई रूस को आंख, पुतिन को दी गिरफ्तार करने की धमकी...जानें क्या है पूरा मामला
Putin arrest warrant : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हंगरी यात्रा पर विवाद तब गहरा गया जब पोलैंड ने उन्हें एयरस्पेस उपयोग पर गिरफ्तारी की चेतावनी दी. पुतिन पर ICC ने युद्ध अपराधों का वारंट जारी किया है. पोलैंड ने कहा कि उनकी अदालत उन्हें हेग भेज सकती है. वहीं क्रेमलिन ने बैठक की तारीख स्पष्ट नहीं की है, जबकि जेलेंस्की भी सम्मेलन में शामिल होने की इच्छा जता चुके हैं.

Putin arrest warrant : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय विवादों के केंद्र में हैं. इस बार मामला उनके संभावित अंतरराष्ट्रीय दौरे से जुड़ा है, जिसमें वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हंगरी में आयोजित एक सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं. इस सम्मेलन को लेकर नया विवाद तब खड़ा हुआ जब पोलैंड ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी की अप्रत्यक्ष धमकी दे डाली. उल्लेखनीय है कि पुतिन के विमान को अगर हंगरी जाना है तो उसे पोलिश हवाई क्षेत्र से गुजरना पड़ेगा.
पोलैंड का सख्त रुख
पुतिन पर ICC का वारंट
यह मामला पूरी तरह रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ा है. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से पुतिन पर युद्ध अपराधों के आरोप लगे, जिनके चलते अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है. इसी के तहत अब जब भी पुतिन किसी ICC सदस्य देश के क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो उस देश के पास उन्हें गिरफ्तार करने की कानूनी बाध्यता होती है. पोलैंड इसी कानूनी प्रावधान का हवाला देकर यह कड़ा बयान दे रहा है.
मुलाकात की कोई निश्चित तारीख तय नहीं
रूस ने इस मामले पर अब तक संयमित प्रतिक्रिया दी है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेश्कोव ने कहा कि पुतिन और ट्रंप के बीच संभावित मुलाकात की कोई निश्चित तारीख अभी तय नहीं हुई है, और न ही इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि बैठक कब और कैसे होगी. इसके अलावा, अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया कि अमेरिका के विदेश सचिव मार्को रुबियो और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लेवरोव के बीच एक बैठक टल गई है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भी हलचल तेज है.
जेलेंस्की की इच्छा और अनिश्चितता
इस पूरी कूटनीतिक गहमागहमी के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी बयान दिया है कि अगर उन्हें आमंत्रण मिलता है, तो वह भी इस सम्मेलन का हिस्सा बनना चाहेंगे. हालांकि, रूस की ओर से साफ कहा गया है कि उन्हें जेलेंस्की की भागीदारी को लेकर कोई जानकारी नहीं है. इससे यह साफ है कि सम्मेलन को लेकर अभी भी कई स्तरों पर असमंजस बना हुआ है.
राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने की बात...
पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है कि एक छोटा-सा देश, पोलैंड, एक महाशक्ति के राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने की बात कर रहा है. यह संकेत है कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति किस कदर बदल रही है. पुतिन की संभावित यात्रा न केवल कूटनीतिक, बल्कि कानूनी और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी जटिल होती जा रही है. यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में रूस, अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों की प्रतिक्रिया क्या होती है, और यह सम्मेलन वाकई होता है या फिर कूटनीतिक दबाव के चलते स्थगित हो जाता है.


