खतरनाक अमेरिकी मिसाइलें और ताकतवर ड्रोन… पाकिस्तानी सेना के लिए खतरे की घंटी
तालिबान के अफगानिस्तान में कब्जे के बाद TTP ने पाकिस्तान सेना के खिलाफ नए हमले की योजना बनाई है, जिसमें जेवेलिन मिसाइल और ड्रोन हमलों का इस्तेमाल किया जाएगा. इसकी दो वीडियो जारी की गई हैं, जिसमें ऐसा दावा किया जा रहा है. इन खतरनाक अमेरिकी हथियारों को तालिबान ने कब्जा कर लिया है, जो पाकिस्तान की सुरक्षा के गंभीर खतरा है.

पाकिस्तान के लिए एक नई समस्या खड़ी हो गई है, जिसे पाकिस्तान की सेना भी हल्के में नहीं ले सकती. तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद, पाकिस्तान की सेना ने सोचा था कि ये समय उसके लिए राहत का होगा, लेकिन अब पाकिस्तान की सरहद पर एक और खतरा मंडरा रहा है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने दो नए वीडियो जारी किए हैं, जिसमें ये दावा किया गया है कि वो पाकिस्तान की सेना के खिलाफ एक और बड़े हमले की योजना बना रहे हैं. TTP के इन वीडियो में अमेरिकी जेवेलिन मिसाइल और ड्रोन हमलों की मौजूदगी ने पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों को चिंतित कर दिया है.
TTP के हाथ में जेवेलिन मिसाइल
TTP द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में देखा गया कि आतंकवादी जेवेलिन मिसाइल का इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग ले रहे हैं. ये मिसाइल अमेरिकी सेना द्वारा अफगानिस्तान में इस्तेमाल की जाती थी और तालिबान के कब्जे में आने के बाद अब ये खतरनाक मिसाइल TTP के हाथों में पहुंच चुकी है. इस मिसाइल की कीमत करीब 2 लाख डॉलर है और इसे कंधे पर ले जाया जा सकता है. इसकी विशेषता है कि ये फायर एंड फॉरगेट प्रणाली पर काम करता है, जिसका मतलब है कि एक बार मिसाइल को फायर करने के बाद, इसे ट्रैक करने की आवश्यकता नहीं होती. ये मिसाइल किसी भी दुश्मन के टैंक या बख्तरबंद वाहन को नष्ट करने में सक्षम है.
तालिबान के पास 100 से ज्यादा जेवेलिन मिसाइल होने की जानकारी सामने आई है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने ये भी खुलासा किया था कि तालिबान के पास 100 से ज्यादा जेवेलिन मिसाइलों का बड़ा जखीरा है. पाकिस्तान के एक सुरक्षा अधिकारी ने एक साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान में जेवेलिन मिसाइलों के होने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन ये निश्चित रूप से एक गंभीर चिंता का विषय है. उनका कहना था कि अगर आतंकवादी चाहे तो ये मिसाइलें पाकिस्तान के किसी भी इलाके में इस्तेमाल की जा सकती हैं.
पाकिस्तान की सेना के लिए नई चुनौती
पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारी का मानना है कि तालिबान सेना ने अमेरिकी हथियारों को पूरी तरह से सुरक्षित नहीं किया है. ऐसे में, जेवेलिन मिसाइलें पाकिस्तान की सेना के लिए एक गंभीर खतरा बन सकती हैं. पाकिस्तान के एक अधिकारी ने बताया कि अगर आतंकवादी इन मिसाइलों का उपयोग पाकिस्तान की किसी सेना चौकी पर करते हैं, तो ये पाकिस्तान के लिए एक गंभीर संकट का कारण बन सकता है. उनका कहना है कि इस तरह का हमला क्षेत्रीय तनाव को बहुत बढ़ा सकता है और इसका असर पूरे दक्षिण एशिया में हो सकता है.
इस बढ़ते खतरे के बाद, पाकिस्तान अब ये मांग कर रहा है कि अमेरिका अपनी खतरनाक हथियारों को अफगानिस्तान से वापस ले. पाकिस्तान का मानना है कि तालिबान द्वारा अमेरिकी हथियारों का गलत इस्तेमाल क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है. हालांकि, तालिबान सरकार इस स्थिति के लिए तैयार नहीं दिखती और ये मुद्दा आगे और भी जटिल हो सकता है.


