ट्रंप का दुनिया हिला देने वाला दावा-पाकिस्तान कर रहा है छिपे परमाणु परीक्षण, बड़े देशों की साज़िश बेनकाब
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सनसनीखेज दावा किया है कि पाकिस्तान गुप्त रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। उन्होंने रूस, चीन और उत्तर कोरिया पर भी आरोप लगाया।

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक टीवी इंटरव्यू में दावा किया कि पाकिस्तान गुप्त रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान यह सब दुनिया से छुपाकर कर रहा है ताकि अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियां इसकी भनक न लगा सकें। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे गुप्त परीक्षण पूरी दुनिया की शांति को खतरे में डाल सकते हैं। ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के पास इसके पुख्ता सबूत मौजूद हैं और वह जल्द ही इसे दुनिया के सामने रखेंगे।
क्या बड़ी शक्तियां भी हैं शामिल?
ट्रंप ने कहा कि सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि रूस, चीन और उत्तर कोरिया जैसे देश भी इसी तरह के गुप्त परमाणु परीक्षण कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये देश मिलकर एक नया परमाणु गठबंधन बना रहे हैं जो आने वाले समय में वैश्विक संतुलन को हिला सकता है। उन्होंने चेताया कि अगर इस पर तुरंत नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले वर्षों में एक नया परमाणु संकट खड़ा हो सकता है।
क्या दुनिया को पता नहीं चल रहा?
ट्रंप ने कहा कि इन देशों के पास न तो स्वतंत्र मीडिया है और न ही रिपोर्टर्स को वहां जांच की अनुमति दी जाती है। इसी वजह से वे अपने हथियार कार्यक्रमों को छुपाने में सफल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी मीडिया में पारदर्शिता है, लेकिन इन देशों में हर चीज़ पर्दे के पीछे होती है। इससे दुनिया को यह भ्रम रहता है कि सब कुछ शांत है, जबकि असलियत कुछ और होती है।
क्या खुफिया रिपोर्टें दे रही हैं संकेत?
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान ने हाल ही में अपने परमाणु ठिकानों पर गतिविधियां तेज़ कर दी हैं। वहां वैज्ञानिकों की आवाजाही बढ़ गई है और कुछ विदेशी तकनीकी विशेषज्ञ भी वहां देखे गए हैं। एजेंसियों का दावा है कि पाकिस्तान गुप्त रूप से नए तरह के छोटे लेकिन ज़्यादा खतरनाक परमाणु हथियार विकसित कर रहा है जो क्षेत्रीय युद्ध में इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
क्या यह भारत के लिए भी खतरा?
विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के इन गुप्त परीक्षणों से सबसे बड़ा खतरा भारत को हो सकता है। अगर पाकिस्तान नई पीढ़ी के परमाणु हथियार बना रहा है, तो वह दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन को बिगाड़ सकता है। इससे सीमा पर तनाव बढ़ेगा और भारत को अपनी सुरक्षा नीति फिर से तय करनी पड़ सकती है।
क्या ट्रंप दे सकते हैं ठोस सबूत?
कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का बयान सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि ठोस इंटेलिजेंस पर आधारित है। उनका कहना है कि अगर ट्रंप सचमुच सबूत पेश करते हैं, तो यह पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा देगा। ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह आने वाले दिनों में संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठा सकते हैं और दुनिया से सख्त कदम उठाने की अपील करेंगे।
क्या नई परमाणु दौड़ शुरू हो चुकी है?
ट्रंप की चेतावनी के बाद दुनिया में यह सवाल उठने लगा है कि क्या एक नई परमाणु दौड़ शुरू हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बड़े देश फिर से हथियारों की प्रतिस्पर्धा में उतरते हैं, तो यह पूरी मानवता के लिए खतरा बन जाएगा। ट्रंप ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब दुनिया को सच्चाई जाननी चाहिए और जो देश इस गुप्त परमाणु खेल में शामिल हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।


