यूरोप की सर्वोच्च अदालत का बड़ा खुलासा, रूस ने मार गिराया था MH17
यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय ने रूस को 2022 में मॉस्को के पूर्ण पैमाने पर भीषण के बाद हत्या, यातना, बलात्कार, नागरिक बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और यूक्रेनी बच्चों के अपहरण का भी दोषी पाया.

Russia Malaysia Flight MH17: 17 जुलाई 2014 को मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट MH17 के साथ हुई घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था. इस हादसे में विमान में सवार सभी 283 यात्री और 15 क्रू मेंम्बर मारे गए थें अब, यूरोप की अदालत ने अपने एक ऐतिहासिक फैसले में रूस को इस विमान को मार गिराने का दोषी ठहराया है, जिसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल मचा दी है. यह फैसला उस लंबी जांच का परिणाम है, जो इस हादसे के कारणों और जिम्मेदारियों को उजागर करने के लिए की गई थी. पूर्वी यूक्रेन के ऊपर उड़ान भर रहे इस विमान को एक मिसाइल द्वारा मार गिराया गया था, और अब अदालत के इस निर्णय ने रूस की भूमिका को साफ कर दिया है.
MH17 घटना में क्या हुआ था?
मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट MH17, जो एम्स्टर्डम से कुआलालंपुर जा रही थी, 17 जुलाई 2014 को पूर्वी यूक्रेन के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस विमान में 283 यात्री और 15 क्रू मेंम्बर मारे गए थें. जिनमें से कोई भी जीवित नहीं बचा. जांच में पता चला कि विमान को एक बूक मिसाइल द्वारा मार गिराया गया था, जो रूस समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र से चलाई गई थी.
यूरोप की अदालत का फैसला
यूरोप की अदालत ने अपने हालिया फैसले में रूस को इस हादसे का जिम्मेदार ठहराया है. अदालत ने कहा, "रूस ने इस हमले में अपनी प्रत्यक्ष भूमिका निभाई और मिसाइल प्रणाली उपलब्ध कराई, जिसके परिणामस्वरूप यह घटना हुई." स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय के कोर्टरूम में फैसला सुनाते हुए, कोर्ट के प्रेसिडेंट, मटियास गुयोमर ने कहा कि "सबूत से पता चलता है कि मिसाइल को जानबूझकर फ्लाइट एमएच 17 पर चलाया गया था इस फैसले ने रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव को और बढ़ा दिया है.
मुआवजे और कौन है जिम्मेदार?
इस फैसले के बाद, पीड़ितों के परिजनों और प्रभावित देशों ने रूस से मुआवजे और जवाबदेही की मांग किया है. नीदरलैंड्स, पीड़ित के परिजन का कहना है, "हमें न्याय मिला है, लेकिन हमारा दुख कभी कम नहीं होगा." यह फैसला पीड़ितों के लिए कुछ हद तक राहत लेकर आया है, लेकिन कई लोग अभी भी पूर्ण जवाबदेही की उम्मीद कर रहे हैं. साथ ही MH17 त्रासदी उन जोखिमों को उजागर करती है, जो सशस्त्र संघर्षों के दौरान नागरिक उड्डयन को प्रभावित कर सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त नियमों की मांग कर रहा है.


