पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के इस मदरसे में हुआ विस्फोट, 16 लोगों की मौत, कई घायल
रमजान के पवित्र महीने से पहले शुक्रवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक मस्जिद में एक बम विस्फोट हुआ, इस विस्फोट में कम से कम पांच नमाजियों की मौत हो गई. जबकि दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं. विस्फोट मदरसे के मुख्य हॉल में हुआ, जब लोग नमाज अदा कर रहे थे. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घटना पर दुख जताया है और अधिकारियों को निर्देश दिया है.

रमजान के पवित्र महीने से पहले शुक्रवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक मस्जिद में एक बम विस्फोट हुआ, इस विस्फोट में 16 नमाजियों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस प्रमुख अब्दुल रशीद ने बताया कि यह विस्फोट खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अक्कोरा खट्टक जिले में हुआ.
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अकोरा खट्टक जिले में स्थित मदरसा दारुल उलूम हक्कानिया में हुए विस्फोट में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. आपातकालीन प्रतिक्रिया दल, बचाव 1122 घटनास्थल पर पहुंच गया है और कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है.
नमाज के दौरान हुआ विस्फोट
जिला पुलिस प्रमुख अब्दुल राशिद ने कहा कि अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. इस बीच, बचाव 1122 के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने पुष्टि की कि कई लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, मदरसे के मुख्य हॉल में शुक्रवार की नमाज के दौरान विस्फोट हुआ, जिसके बाद अधिकारियों ने नौशेरा में आपातकाल की घोषणा कर दी.
मौलाना हक्कानी निशाने पर थे- पुलिस
केपी के आईजी जुल्फिकार हमीद ने कहा कि शुरुआती जांच के अनुसार यह एक आत्मघाती विस्फोट मालूम होता है. कुछ लोग घायल हुए हैं और 16 लोगों की मौत हुई है. केपी आईजी ने कहा कि ऐसा लगता है कि मौलाना हमीदुल हक हक्कानी निशाने पर थे.
कौन है मौलाना हक्कानी
मौलाना हक्कानी जेयूआई-एस के प्रमुख हैं. दिवंगत मौलाना समीउल हक का बड़ा बेटा है. उनकी उपलब्धियों में एक राजनीतिक व्यक्ति और इस्लामी शिक्षाविद होना शामिल है, जिनका कार्यकाल नवंबर 2002 से 2007 तक नेशनल असेंबली में रहा. अपने पिता की दुखद मृत्यु के बाद, उन्होंने जामिया दारुल उलून हक्कानिया में कुलपति और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (सामी) के अध्यक्ष की भूमिकाएं संभालीं. संस्था की वेबसाइट के अनुसार, मदरसे की स्थापना सितंबर 1947 में इस्लामिक विद्वान मौलाना अब्दुल हक हक्कानी ने की थी.
क्या बोले पीएम शहबाज शरीफ?
पीएम शहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घटना की कड़ी निंदा की और मौलाना हक तथा अन्य हताहतों के स्वस्थ होने की प्रार्थना की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि पीएम शहबाज शरीफ ने अधिकारियों को घायल व्यक्तियों को उत्कृष्ट चिकित्सा देखभाल प्रदान करने का निर्देश दिया और विस्तृत घटना रिपोर्ट का अनुरोध किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के ऐसे कायरतापूर्ण और जघन्य कृत्य आतंकवाद के खिलाफ हमारे संकल्प को कमजोर नहीं कर सकते. हम देश से आतंकवाद के सभी रूपों को पूरी तरह से मिटाने के लिए दृढ़ हैं.


