हवाई हमले की आशंका में पाकिस्तान ने बढ़ाई निगरानी, सीमा पर रडार तैनात, 2 मई तक नो-फ्लाई जोन घोषित
पाकिस्तान चिंतित नजर आ रहा है और उसे इस बात का डर है कि भारत की तरफ से कोई बड़ी सैन्य कार्रवाई हो सकती है. इस खतरे को ध्यान में रखते हुए, पाकिस्तान ने अपने रडार सिस्टम की तैनाती शुरू कर दी है.

भारत की बढ़ती सैन्य तैयारियों से पाकिस्तान में घबराहट है. पाकिस्तान को लगता है कि भारत उसकी तरफ एयरस्ट्राइक कर सकता है. इस आशंका से निपटने के लिए उसने अपने रडार सिस्टम को सियालकोट सेक्टर में रणनीतिक स्थानों पर तैनात कर दिया है. पाकिस्तान ने भारतीय सेना की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए फिरोजपुर से सटे क्षेत्रों में भी अपने रडार सिस्टम लगाए हैं. इन कदमों से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान भारतीय हवाई हमले के खिलाफ तैयारियों में जुटा हुआ है.
भारत की कार्रवाई से डरा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने इस डर के चलते 2 मई तक लाहौर और इस्लामाबाद के हवाई मार्गों को बंद करने का फैसला किया है. 30 अप्रैल को पाकिस्तान ने एयर फोर्स एक्सरसाइज के दौरान भी इन शहरों के बीच हवाई रास्ते को बंद कर दिया था. इस नई नीति के तहत, इन शहरों के ऊपर 2 मई तक किसी भी विमान की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह कदम पाकिस्तान की बढ़ी हुई सतर्कता को दर्शाता है, क्योंकि उसे लगता है कि भारत की तरफ से किसी भी तरह की हवाई कार्रवाई हो सकती है.
पाकिस्तान को क्या आशंका?
इसके अलावा, पाकिस्तान ने अपने F-16 फाइटर जेट्स को सरगोधा एयरबेस से पासनी एयरफील्ड में स्थानांतरित कर दिया है. पाकिस्तान को आशंका है कि भारत का अत्याधुनिक S-400 एंटी-एयरक्राफ्ट डिफेंस सिस्टम उसके F-16 को नष्ट कर सकता है. इस डर से पाकिस्तान ने अपनी F-16 की जगह भारत के सीमा क्षेत्र में चीन निर्मित JF-17 जेट तैनात किए हैं. इस तरह पाकिस्तान ने अपनी एयर डिफेंस रणनीतियों में बदलाव कर लिया है और अपने विमान सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है.


