भारत की सख्ती से घबराई पाकिस्तानी सेना, रिकॉर्ड संख्या में सैनिकों ने दिया इस्तीफा
गौरतलब है कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में कई पर्यटकों सहित कुल 26 लोगों की जान गई थी. भारत ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है. इस घटना के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और जवाबी कार्रवाई के संकेत दिए हैं.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है. हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तानी सेना के भीतर अस्थिरता देखी जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दो दिनों में करीब 4,500 सैनिकों और 250 अधिकारियों ने अपनी सेवाओं से इस्तीफा दे दिया है. यह संख्या सेना में असंतोष और डर के माहौल को दर्शाती है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाक्रम पाकिस्तान की आंतरिक कमजोरी और भारत से बढ़ते तनाव का संकेत है.
सैनिक क्यों दे रहे इस्तीफा
इस्तीफों की यह लहर भारतीय कार्रवाई की आशंका से प्रेरित है. पहलगाम हमले के बाद भारत की तरफ से कड़े कदम उठाने के संकेत मिल चुके हैं, जिससे पाकिस्तान की सेना में भय का माहौल बन गया है. सैनिकों के परिवारों में भी गहरी चिंता देखी जा रही है, जिन्होंने अपने परिजनों को फौज छोड़ने की सलाह दी है. कई सैनिक पहले ही ड्यूटी से हट चुके हैं, जबकि कुछ इस्तीफे की प्रक्रिया में हैं.
असीम मुनीर को पत्र लिखकर चेतावनी
इस स्थिति ने पाकिस्तान की सैन्य कमान को भी चिंता में डाल दिया है. 11वीं कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल उमर बुखारी ने खुद सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि जवानों का मनोबल तेजी से गिर रहा है. उन्होंने बताया कि सैनिकों के परिवार भारत के संभावित हमले से डरे हुए हैं और लगातार घर लौटने की मांग कर रहे हैं.
सिंधु जल संधि निलंबित
गौरतलब है कि पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें कई पर्यटक भी शामिल थे. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है. इसके बाद भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया है, जिससे पाकिस्तान की चिंता और गहराती जा रही है.


