लाल सागर में जहाज पर गोलीबारी और रॉकेट ग्रेनेड से हमला, इस संगठन पर संदेह
यमन के तट के पास लाल सागर में एक वाणिज्यिक जहाज़ पर हथियारबंद हमलावरों ने रॉकेट और गोलियों से हमला किया. जहाज़ की सुरक्षा टीम ने जवाबी कार्रवाई की. हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली, पर शक हूती विद्रोहियों पर है, जिन्होंने 2023 से अब तक 100 से अधिक जहाज़ों पर हमले किए हैं, जिससे वैश्विक समुद्री व्यापार खतरे में है.

ब्रिटिश सैन्य संगठनों ने बताया कि यमन के तट से सटे लाल सागर में एक वाणिज्यिक जहाज़ पर हथियारबंद हमलावरों ने हमला किया. हमलावरों ने बंदूकें चलाईं और रॉकेट-चालित ग्रेनेड दागे, लेकिन जहाज़ पर तैनात सशस्त्र सुरक्षा बल ने जवाबी गोलीबारी कर उन्हें खदेड़ दिया. यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन सेंटर (UKMTOC) ने बताया कि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है.
अचानक हमला और बचाव की कोशिश
UKMTOC के अनुसार, हमले के दौरान जहाज़ पर सुरक्षा दल ने तत्काल प्रतिक्रिया दी और हमलावरों पर गोलियां बरसाईं. फिलहाल उस जहाज़ की सटीक जानकारी सामने नहीं आई है, जैसे उसका नाम, किस देश का है, या वह किस व्यापारिक मार्ग पर था. स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन स्थल पर खतरनाक तनाव बरकरार है.
जिम्मेदारी का अनुमान
अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकार नहीं की है. यह हमला उत्तर प्रदेश की हिफाजत की निगरानी करने वाले प्रशासनिक और गैर-प्रशासनिक समुदायों के बीच एक आम रणनीति का हिस्सा हो सकता है. हालांकि, अधिकारी जांच में जुटे हैं.
हूती विद्रोहियों का अभियान
माना जा रहा है कि लॉन्च इस हमले पीछे यमन के हूती विद्रोही समूह वाले हो सकते हैं. इस समूह ने ग़ज़ा में इज़राइली हमलों का बचाव व सैन्य वाणिज्यिक जहाज़ों पर मिसाइलों और ड्रोन हमलों की पहल की है. इसे अक्सर यमन और मध्य-पूर्व के तनावपूर्ण क्षेत्र में उनकी राजनैतिक वदबाव रणनीति से जोड़कर देखा जाता है.
हूतियों ने अब तक 100 से अधिक जहाज़ों को बनाया निशाना
नवंबर 2023 के बाद से हूती विद्रोहियों ने कम से कम 100 वाणिज्यिक जहाज़ों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं. इनमें दो जहाज़ डूबे और चार नाविक मारे गए. यह संख्या समुद्री व्यापारियों और वैश्विक आर्थिक सुरक्षा के लिए जघन्य खतरा साबित हो रही है.
समुद्री सुरक्षा की आपात स्थिति
रिपोर्टों में बताया गया है कि लाल सागर से होकर गुजरने वाले पेट्रोल, ताजगी एवं औद्योगिक सामान समुद्री वैश्विक व्यापार के लिए एक प्रमुख मार्ग हैं. इस मार्ग पर इन हमलों से सुरक्षा बाधित हुई है और जहाज़ों को जटिल मार्गों से गुजरना पड़ रहा है. इससे समुद्री बिमा प्रीमियम बढ़ रहे हैं, व्यापार समय में देरी आ रही है और वैश्विक आपूर्ति में समस्या उत्पन्न हो सकती है.