गाजा में फिर बमबारी: इजराइल ने मोहम्मद सिनवार को बनाया निशाना
गाजा में हालात तब बिगड़े जब इजराइल ने यूरोपियन अस्पताल पर हवाई हमला किया. इजराइली सेना के अनुसार, अस्पताल के नीचे हामास का कमांड सेंटर था, जहां मोहम्मद सिनवार छिपा था. यह हमला बंधक रिहाई की बातचीत के बीच हुआ, जिसमें कई लोग मलबे में दब गए.

गाजा एक बार फिर हिंसा और तनाव के दौर में लौट आया है. मंगलवार शाम इजराइल ने दक्षिणी गाजा स्थित यूरोपियन अस्पताल पर हवाई हमला कर हामास के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सिनवार को निशाना बनाया. मोहम्मद सिनवार, जो अपने भाई याह्या सिनवार की मौत के बाद हामास के डिफैक्टो नेता बने थे, लंबे समय से इजराइल के निशाने पर थे. इस हमले ने क्षेत्र में पहले से मौजूद तनाव को और बढ़ा दिया है.
इजराइली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया कि हमला सीधे अस्पताल के नीचे स्थित अंडरग्राउंड कमांड सेंटर पर किया गया, जहां हामास के कई वरिष्ठ आतंकवादी छिपे हुए थे. हालांकि IDF ने मोहम्मद सिनवार का नाम औपचारिक रूप से नहीं लिया, लेकिन इजराइली अधिकारियों और खुफिया सूत्रों ने पुष्टि की है कि असली निशाना वही थे.
गाजा में भारी विस्फोट
घटना के बाद अस्पताल के चिकित्सा कर्मियों और मरीजों के बीच अफरातफरी मच गई. अस्पताल के नर्सिंग प्रमुख डॉ. सालेह अल हम्स ने बताया कि बम विस्फोट इतने शक्तिशाली थे कि अस्पताल के परिसर में कई हिस्सों में भारी नुकसान हुआ और कई लोग मलबे में दब गए. उन्होंने इस घटना को "एक बड़ी मानवीय त्रासदी" करार दिया. मेडिकल स्टाफ को तुरंत मरीजों को अस्पताल के सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करना पड़ा. घटनास्थल के वीडियो में धुएं और मलबे के गुबार देखे गए, जो हाल के सप्ताहों की सबसे भयानक स्ट्राइक मानी जा रही है.
टारगेट थे हामास के टॉप लीडर
यह हमला उस समय हुआ जब अमेरिका और हामास के बीच बंधकों की रिहाई को लेकर वार्ताएं चल रही थीं. हाल ही में हामास ने अमेरिकी-इजराइली नागरिक एडन अलेक्जेंडर को एकतरफा रूप से रिहा किया था, जिसे अमेरिका के साथ बढ़ते संवाद का प्रतीक माना जा रहा था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ इस समय मध्य पूर्व में मौजूद हैं और कतर में संभावित बातचीत के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने इजराइली बंधकों के परिजनों से वादा किया है कि वे हरसंभव कोशिश करेंगे.
इजराइली मिसाइल स्ट्राइक में तबाही
इस बीच मोहम्मद सिनवार को निशाना बनाना एक महत्वपूर्ण संकेत है. उन्हें 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. IDF के अनुसार, वह 2016 तक खान यूनिस ब्रिगेड के प्रमुख थे और अब तक भूमिगत नेटवर्क में छिपे थे. इस हमले ने न सिर्फ युद्धविराम की संभावनाओं को झटका दिया है, बल्कि क्षेत्र में एक और बड़े संघर्ष की आशंका भी बढ़ा दी है.


