जिंदा हैं इमरान खान...फर्जी हैं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे, पाक मीडिया ने की पुष्टी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर शनिवार को एक अफवाह तेजी से फैली कि उन्हें आईएसआई ने अडियाला जेल में जहर देकर मार डाला है. एक कथित सरकारी प्रेस रिलीज भी वायरल हुई जिसमें उनके निधन की बात कही गई.

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान को लेकर सोशल मीडिया पर एक सनसनीखेज दावा किया गया कि उन्हें जेल में आईएसआई ने ज़हर देकर मार डाला है. यह खबर शनिवार को अचानक सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, जिसने पाकिस्तानी सियासत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बवाल मचा दिया. लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि इमरान खान पूरी तरह सुरक्षित हैं और अडियाला जेल में बंद हैं.
पाक मीडिया ने यह भी दावा किया कि यह फेक न्यूज भारतीय ट्रोल्स द्वारा फैलाई जा रही है ताकि पाकिस्तान में भ्रम और अशांति फैलाई जा सके. हालांकि अभी तक पाकिस्तान सरकार या जेल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे इन अफवाहों पर पूरी तरह से विराम लग सके.
प्रेस रिलीज सोशल मीडिया पर वायरल
शनिवार को एक प्रेस रिलीज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई जिसमें दावा किया गया कि यह पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी की गई है. इस फर्जी प्रेस रिलीज में कहा गया. यह अत्यंत दुख और गंभीरता के साथ सूचित किया जाता है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का न्यायिक हिरासत में निधन हो गया है. यह घटना किन परिस्थितियों में हुई, इसकी गहन जांच की जा रही है. प्रेस रिलीज़ में आगे कहा गया है कि इस घटनाक्रम ने पूरे देश और दुनिया भर में सदमे की लहर दौड़ा दी है. पाकिस्तान सरकार इस मामले की पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कराने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि कारण और जिम्मेदारी तय की जा सके.
हिरासत में मानवाधिकारों की रक्षा
पाकिस्तान हमेशा से जीवन की पवित्रता और कानून के शासन को सर्वोच्च मानता आया है. हिरासत में मानवाधिकारों की रक्षा हमारे लोकतांत्रिक ढांचे का मूल हिस्सा है. सरकार इस मामले में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निकायों और स्वतंत्र पर्यवेक्षकों से संपर्क में है ताकि निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच सुनिश्चित हो सके. देशवासियों से इस कठिन समय में शांतिपूर्ण और संयमित रहने की अपील की जाती है. हम न्याय, एकता और राष्ट्रीय स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं.
पाक मीडिया ने किया दावों का खंडन
Pakistan Observer जैसी पाकिस्तानी मीडिया संस्थाओं ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि यह सारी खबरें पूरी तरह से फर्जी हैं. रिपोर्ट में लिखा गया कि "भरोसेमंद सूत्रों ने पुष्टि की है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जीवित हैं और अडियाला जेल में बंद हैं. इतना ही नहीं, इमरान खान की लीगल टीम की ओर से 4 से 9 मई 2025 के बीच बेल अर्जी दाखिल की गई है, जो यह साबित करता है कि वह पूरी तरह सक्रिय हैं और कानूनी प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं.
क्या है सच्चाई?
अब तक की स्थिति के अनुसार, किसी आधिकारिक स्रोत ने न तो इमरान खान की मौत की पुष्टि की है और न ही उस वायरल प्रेस रिलीज को असली माना है. यह पूरा घटनाक्रम सोशल मीडिया अफवाह और राजनीतिक एजेंडा प्रतीत होता है.ऐसे समय में जब पाकिस्तान पहले ही राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है, इस तरह की खबरें माहौल को और अधिक बिगाड़ सकती हैं. जनता और मीडिया संस्थानों को चाहिए कि वे सिर्फ आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें.


