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भारत-पाकिस्तान और ईरान-इज़राइल: दो अलग महाद्वीपों में एक जैसा तनाव, क्या दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की तरफ बढ़ रही है?

भारत-पाकिस्तान और ईरान-इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव से क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक युद्ध का खतरा मंडरा रहा है. विशेषज्ञ इसे अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा मान रहे हैं.

एक तरफ भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, तो दूसरी ओर मध्य पूर्व में ईरान और इज़राइल आमने-सामने खड़े हैं. दोनों ही स्थितियों में सैन्य संघर्ष की आशंका गहराती जा रही है. इज़राइल के प्रमुख हवाई अड्डे पर हुए मिसाइल हमले के बाद एक बार फिर ईरान और इज़राइल के बीच तनातनी बढ़ गई है. वहीं, पहलगाम हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में तल्खी और बढ़ गई है. 

दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पैदा हुए ये तनाव इस ओर इशारा कर रहे हैं कि वैश्विक भू-राजनीतिक हालात लगातार अस्थिर होते जा रहे हैं. अमेरिका, ईरान, इज़राइल, भारत और पाकिस्तान- ये सभी राष्ट्र अब एक ऐसे दौर में प्रवेश कर चुके हैं, जहां एक चिंगारी बड़े संघर्ष को जन्म दे सकती है.

इज़राइल एयरपोर्ट पर मिसाइल हमला

सोमवार को इज़राइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट पर मिसाइल हमला किया गया, जिसे शुरू में यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा अंजाम दिया गया बताया गया. लेकिन इज़राइली सुरक्षा एजेंसियों ने सीधे तौर पर ईरान को इसके पीछे जिम्मेदार ठहराया है. इज़राइल का आरोप है कि हूती सिर्फ एक मोहरा हैं और इस हमले की साजिश और समर्थन ईरान की ओर से हुआ है.

ईरान ने खारिज किए आरोप

ईरान ने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए इसे यमन का अपमान करार दिया. ईरानी विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इस तरह के निराधार दावे शक्तिशाली लेकिन उत्पीड़ित यमन का अपमान हैं. ईरान ने अमेरिका के उस जवाबी हमले की भी कड़ी निंदा की, जो उसने यमन में हूतियों के ठिकानों पर किया था. ईरान ने इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का ‘घोर उल्लंघन’ बताया है.

पाकिस्तान ने भी झाड़ा पल्ला

दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का रुख बेहद सख्त है. खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में पाकिस्तान का हाथ है, लेकिन पाकिस्तान ने इसे सिरे से नकार दिया है. पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने बयान जारी कर कहा- पाकिस्तान शांति को प्राथमिकता देता है, लेकिन अगर हमला होता है तो हम पूरी ताकत से जवाब देंगे. भारत सरकार ने अपनी सेना को 'फ्री हैंड' दे दिया है. यानी भारतीय सेना को अब किसी भी संभावित कार्रवाई के लिए नई दिल्ली से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है.

ये स्थिति जंग में बदल सकती है?

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती तनातनी और ईरान-इज़राइल के बीच भड़कता हुआ तनाव वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन चुका है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हालात पर जल्द नियंत्रण नहीं पाया गया, तो एक साथ कई मोर्चों पर संघर्ष शुरू हो सकता है, जिसका असर पूरी दुनिया की स्थिरता पर पड़ सकता है.

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06 May 2025, 02:13 PM IST

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