भारत के चौतरफा कार्रवाई से पाकिस्तानी आर्मी में मचा हड़कंप, विदेश भागने की फिराक में पाक अफसर
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच खबर है कि भारत की आक्रामक सैन्य रणनीति और तकनीकी बढ़त से पाकिस्तान की सेना में घबराहट फैल गई है. कई वरिष्ठ पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी डर के कारण ड्यूटी छोड़कर देश से फरार हो गए हैं. भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों और मजबूत एयर डिफेंस के चलते पाकिस्तान मानसिक और सैन्य दबाव में है. यह स्थिति भारत की रणनीतिक बढ़त दिखाती है.

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य तनाव के बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. भारत की लगातार आक्रामक सैन्य रणनीति और सीमा पर कड़ी निगरानी के चलते पाकिस्तान की सेना में भय और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. यही कारण है कि पाकिस्तान के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को छोड़कर देश छोड़ने की फिराक में हैं या फरार हो चुके हैं. यह घटनाक्रम पाकिस्तान की सैन्य संरचना की आंतरिक कमजोरी और घटते मनोबल को उजागर करता है.
भारतीय कार्रवाई से टूटा पाकिस्तानी मनोबल
पिछले कुछ हफ्तों में भारत द्वारा की गई सफल जवाबी सैन्य कार्रवाइयों, ड्रोन हमलों, और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं ने पाकिस्तानी सैन्य तंत्र को बुरी तरह झकझोर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स और खुफिया एजेंसियों के अनुसार, भारत की बढ़ती तकनीकी श्रेष्ठता, विशेष रूप से एयर डिफेंस सिस्टम और सटीक हमलों ने पाकिस्तान की सेना का आत्मविश्वास डगमगा दिया है. सूत्रों का कहना है कि इन हालातों से डरकर कई अफसर अपनी पोस्ट से भाग गए हैं.
पाकिस्तानी सेना का कबूलनामा
हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इस बात को शुरू में छुपाने की कोशिश की, लेकिन अंदरूनी सूत्रों और मीडिया के दबाव के चलते आखिरकार एक सैन्य प्रवक्ता को यह कबूल करना पड़ा कि "कई अधिकारी तनाव के कारण अनुपस्थित हैं." कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि फरार अफसरों में उच्च रैंक के अधिकारी शामिल हैं, जो युद्ध की स्थिति में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने वाले थे. इससे यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान न केवल सैन्य मोर्चे पर बल्कि मानसिक स्तर पर भी दबाव में है.
क्षेत्रीय सुरक्षा पर पड़ता असर
यह केवल पाकिस्तान की कमजोरी नहीं, बल्कि भारत की क्षेत्रीय प्रभावशीलता और कूटनीतिक सफलता को भी दर्शाता है. भारत की आक्रामक रक्षा नीति और वैश्विक स्तर पर बढ़ती साख ने पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाएं भारत के पक्ष में कूटनीतिक लाभ को और मजबूत करेंगी, वहीं पाकिस्तान की वैश्विक छवि को भी नुकसान पहुंचाएंगी.
भारत की रणनीतिक बढ़त जारी
वर्तमान स्थिति यह दर्शाती है कि भारत न केवल सैन्य शक्ति में बल्कि रणनीतिक सोच में भी आगे है. भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों की सजगता और कार्रवाई की गति ने यह साबित कर दिया है कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है. दूसरी ओर, पाकिस्तान की सेना का मनोबल गिरना और अफसरों का देश छोड़ना इस बात का संकेत है कि भारत के दबाव में उसकी सैन्य नींव चरमराने लगी है.


