भारत बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा लीडर, आने वाले 50 सालों में पीएम छीनेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति का ताज
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि भारत तेजी से सुपरपावर बन रहा है। आने वाले 40-50 सालों में भारत का प्रधानमंत्री दुनिया का सबसे बड़ा नेता होगा।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि भारत अब वैश्विक राजनीति में सबसे बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। उन्होंने भविष्यवाणी की कि आने वाले 40-50 सालों में भारत का प्रधानमंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ताकतवर नेता बनेगा। एबॉट ने कहा कि भारत जिस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, वह इसे 21वीं सदी की असली महाशक्ति बना देगा।
लोकतंत्र और कानून भारत की पहचान
टोनी एबॉट ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका लोकतंत्र, कानून का राज और अंग्रेजी भाषा है। इन तीन कारणों से भारत को वह बढ़त मिलेगी, जो चीन के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन चुका है और बुनियादी ढांचे से लेकर शिक्षा और तकनीक तक में लगातार तरक्की कर रहा है। यही चीजें भारत को लंबी दौड़ में विजेता बनाएंगी।
चीन के लिए काउंटरबैलेंस भारत
एबॉट के मुताबिक चीन की महाशक्ति बनने की महत्वाकांक्षाओं को रोकने की कुंजी भारत के पास है। उन्होंने कहा कि चीन का मकसद दुनिया पर हावी होना है, लेकिन भारत का उभार इस योजना को चुनौती देता है। चीन ने जो तेज़ विकास कुछ दशक पहले दिखाया था, वही अब भारत हासिल करने जा रहा है। एबॉट ने कहा कि भारत का यह नया दौर एशिया की ताकत का संतुलन बदल देगा।
अब सिर्फ चीन की सदी नहीं
टोनी एबॉट ने साफ कहा कि 21वीं सदी सिर्फ चीन की नहीं होगी, बल्कि उतनी ही भारत की भी होगी। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक महाशक्ति के रूप में उभरा है, और अब दुनिया को उसकी ताकत को स्वीकार करना होगा। शिक्षा, तकनीक और इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत की नीतियां आने वाले दशकों में इसे बाकी देशों से अलग खड़ा करेंगी।
वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका
एबॉट ने कहा कि भारत की अहमियत सिर्फ आर्थिक ताकत से नहीं, बल्कि कूटनीति से भी तय होती है। उन्होंने याद किया कि प्रधानमंत्री रहते हुए वे हमेशा भारत को लोकतांत्रिक सुपरपावर कहा करते थे। आज वही भविष्यवाणी सच होती दिख रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया में स्थिरता लाने के लिए भारत की भूमिका बेहद ज़रूरी है।
आने वाले दशकों का भविष्य
टोनी एबॉट ने कहा कि आने वाले 40 से 50 सालों में भारत ही वह ताकत बनेगा जो दुनिया के नियम तय करेगी। भारत का प्रधानमंत्री सिर्फ अपने देश का नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक दुनिया का भी सबसे बड़ा नेता होगा। उन्होंने कहा कि कोई और देश इस भूमिका के लिए इतना तैयार नहीं है जितना भारत।
नई महाशक्ति के रूप में भारत
एबॉट ने निष्कर्ष में कहा कि भारत अब एक नई महाशक्ति के तौर पर उभर चुका है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और आज़ादी जैसे मूल्य दुनिया को सबसे ज़्यादा भारत से मिलेंगे। अमेरिका का राष्ट्रपति अभी तक वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है, लेकिन आने वाले दशकों में यह ताज भारत के प्रधानमंत्री को मिलेगा। एबॉट ने कहा कि भारत का उदय अब संभावना नहीं, बल्कि निश्चित सच्चाई है।


