ईरान-इजरायल संघर्ष: सातवें दिन भी जारी हमले, अमेरिका ने सेना को अलर्ट पर रखा
ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष आज सातवें दिन में प्रवेश कर गया है. दोनों देशों के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं. वहीं, एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने यूएई, सऊदी अरब और जॉर्डन समेत कई देशों में तैनात अपने 40,000 सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा है.

ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष आज सातवें दिन में प्रवेश कर गया है. दोनों देशों के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं और हमलों की गति तेज होती जा रही है. बीती रात ईरानी सेना ने दक्षिणी इजरायल में मिसाइलों की भारी बौछार की, जिसमें बीरशेबा शहर के एक प्रमुख अस्पताल सोरोका मेडिकल सेंटर को गंभीर नुकसान पहुंचा है. इजरायली आपातकालीन सेवाओं के अनुसार, देश भर में कम से कम 65 लोग घायल हुए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने दी हरी झंडी
इस बीच, खबर है कि डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य कार्रवाई की योजना को हरी झंडी दे दी है. हालांकि, अभी तक हमले के समय या रणनीति को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. पेंटागन और अमेरिकी रक्षा अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
ईरान के खिलाफ संभावित खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपने सहयोगी मुस्लिम देशों के साथ मिलकर ईरान की घेरेबंदी शुरू कर दी है. अमेरिका को आशंका है कि युद्ध की स्थिति में ईरान उसके सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है, विशेषकर मध्य-पूर्व में मौजूद बेस पर.
40,000 सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने यूएई, सऊदी अरब और जॉर्डन समेत कई देशों में तैनात अपने 40,000 सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा है. साथ ही ईरान के मिसाइल हमलों की जद में आने वाले कम से कम 20 सैन्य अड्डों की सुरक्षा को मजबूत किया गया है.
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को अंदेशा है कि ईरान युद्ध शुरू होते ही सीरिया, इराक और खाड़ी देशों में स्थित अमेरिकी अड्डों को निशाना बना सकता है. इसके जवाब में अमेरिका ने वहां अतिरिक्त सैनिक तैनात कर दिए हैं. तीन दर्जन रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट्स यूरोप भेजे हैं और दो मालवाहक पोत भी क्षेत्र में पहुंचा दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.


