Trump की धमकी..... ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करेगा अमेरिका!
ट्रम्प ने कहा, "मैं ज्यादा कुछ नहीं मांग रहा हूं, लेकिन उनके पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते।" यदि वह सहमत नहीं होते हैं और इसके लिए सैन्य बल की आवश्यकता होती है, तो हम सैन्य बल का प्रयोग करेंगे। जाहिर है, इस मामले में इजराइल हमारा नेता होगा.

इंटरनेशनल न्यूज. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को फिर से धमकी देते हुए कहा कि अगर ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद नहीं करता है, तो अमेरिका सैन्य बल का उपयोग करने से नहीं हिचकेगा। ट्रम्प ने यह भी कहा कि इजरायल ईरान के खिलाफ किसी भी सैन्य कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद नहीं करते हैं, तो अमेरिका उन पर प्रतिबंध लगा सकता है। ट्रम्प के इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना है ¹। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर ईरान अपने परमाणु विकास कार्यक्रम को रोकने से इनकार करता है, तो अमेरिका उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने पर विचार कर सकता है। ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने के बाद पत्रकारों से यह बात कही। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है ¹।
डोनाल्ड ट्रम्प ने क्या कहा?
ट्रम्प ने कहा, "मैं ज्यादा कुछ नहीं मांग रहा हूं, लेकिन उनके पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते।" यदि वह सहमत नहीं होते हैं और इसके लिए सैन्य बल की आवश्यकता होती है, तो हम सैन्य बल का प्रयोग करेंगे। जाहिर है, इस मामले में इजराइल हमारा नेता होगा। कोई भी हमारा नेतृत्व नहीं करता. हम वही करते हैं जो हम चाहते हैं। उन्होंने यह बताने से इंकार कर दिया कि कोई सैन्य कार्रवाई कब शुरू हो सकती है। ट्रम्प ने कहा, "मैं विशेष रूप से कुछ नहीं कहना चाहता।" लेकिन जब आप बातचीत शुरू करते हैं, तो आपको पता चलता है कि बातचीत अच्छी चल रही है या नहीं। और मैं कहूंगा कि जब मुझे लगे कि बातचीत ठीक नहीं चल रही है तो उसे खत्म कर दीजिए।
ईरान को सीधा ख़तरा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक आश्चर्यजनक घोषणा की है कि अमेरिका और ईरान शनिवार को तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर सीधी वार्ता शुरू करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वार्ता विफल होती है, तो ईरान गंभीर खतरे में पड़ जाएगा। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है। ट्रम्प की इस घोषणा से यह उम्मीद जगी है कि शायद दोनों देशों के बीच तनाव कम हो सके। ¹


