score Card

ईरान का अमेरिका को करारा जवाब, खामेनेई ने की जीत की घोषणा

Israel-Iran War: ईरान के सर्वोच्च नेता का यह बयान न केवल क्षेत्रीय तनाव को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि ईरान अपनी स्थिति को लेकर कितना आक्रामक और आत्मविश्वास से भरा हुआ है. आने वाले दिनों में इस तनाव का क्या परिणाम होगा, यह समय ही बताएगा.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Israel-Iran War: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका को कड़ी चेतावनी देते हुए दावा किया है कि ईरान ने अमेरिका के क्षेत्रीय प्रभाव को करारा झटका दिया है. हाल ही में एक संबोधन में खामेनेई ने कहा कि ईरान ने अमेरिका के एक महत्वपूर्ण सैन्य अड्डे पर हमला कर उसे भारी नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने इसे ईरान की ताकत और स्वतंत्रता का प्रतीक बताया. यह बयान मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के वक्त आया है, जहां ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी चरम पर है।

खामेनेई का कड़ा रुख, अमेरिका को चेतावनी

खामेनेई ने अपने संबोधन में साफ-साफ कहा कि ईरान किसी भी दबाव के सामने नहीं झुकेगा। उन्होंने कहा "ईरानी राष्ट्र न तो थोपी गई जंग स्वीकार करेगा और न ही थोपी गई शांति." उनके इस बयान को अमेरिका के उस प्रस्ताव के जवाब के रूप में देखा जा रहा है जिसमें ईरान से सरेंडर की मांग की गई थी. खामेनेई ने इसे "राष्ट्र के लिए अपमान" करार देते हुए कहा कि अमेरिका का युद्ध में दखल देना उसके लिए ही नुकसानदायक साबित होगा.

क्षेत्रीय तनाव और ईरान की रणनीति

हाल के दिनों में मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा है, खासकर इजराइल और ईरान के बीच। खामेनेई ने दावा किया कि ईरान की सैन्य क्षमता क्षेत्र में अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए खतरा बनी हुई है। उन्होंने कहा "हमारी सेना जब चाहे, जहां चाहे, कार्रवाई करने में सक्षम है." यह बयान क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बढ़ते हमलों की पृष्ठभूमि में आया है। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान अपनी क्षेत्रीय ताकत को प्रदर्शित करने के लिए इस तरह के बयान दे रहा है. खामेनेई के बयान ने वैश्विक स्तर पर चर्चा पैदा कर दिया है। कुछ देशों ने इसे क्षेत्रीय अस्थिरता का कारण माना है, जबकि ईरान के समर्थक इसे उसकी संप्रभुता की रक्षा के रूप में देख रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है. इस बीच, अमेरिका ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन माना जा रहा है कि वह अपनी रणनीति को और सख्त कर सकता है.

आगे की आशंकाएं

खामेनेई के इस बयान ने मध्य पूर्व में शांति की संभावनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ता है, तो इसका असर वैश्विक तेल बाजार और क्षेत्रीय स्थिरता पर पड़ सकता है। ईरान की सैन्य कार्रवाइयों और अमेरिका की जवाबी रणनीति पर लोगो की नजर और भी चौकनी हो गयी है।

calender
26 June 2025, 05:46 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag