Israel Vs Iran: पक्के दोस्त कैसे बन गए एक दूसरे के जानी दुश्मन

ईरान ने इस्राइल पर UAV से हमला बोल दिया है. जिसके बाद हमले में इस्राइली सेना की ओर से कहा गया कि ईरान की उग्र कार्रवाई का माकूल जवाब देने के लिए सैना मुस्तैद है.

JBT Desk
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Israel Vs Iran: ईरान ने इस्राइल पर UAV से हमला बोल दिया है. इस्राइली सेना ने ईरान को जवाब मुंह तोड़ जबाव देने को तैयार है. इसमें  ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश भी पश्चिम एशिया के घटनाक्रम पर लगातार नजर  बनाए हुए है. इस हमले को लेकर इस्राइली रक्षा बलों ने कहा है कि ईरान की उग्र कार्रवाई का माकूल जवाब देने के लिए सेना तैयार है. इस्राइली सीमा की रक्षा की जाएगी.मिडिल ईस्ट के इन दोनों देश के बीच लंबे समय से टकराव रहा है. करीब चार दशकों से दोनों देशों के बीच छद्म युद्ध चल रहा है. दोनों देशों के बीच कूटनीतिक विवाद चल रहा है. आज हम आपको इजराइल और ईरान के बीच शुरू हुए संघर्ष की पूरी कहानी बताएंगे.

ईरान और इजराइल के बीच अहम मुद्दे

ईरान और इजराइल के बीच वैसे तो कई सारे टेंशन की वजह हैं लेकिन इसमें तीन से चार ऐसे मुद्दे हैं जो खास हैं, दोनों देश के बीच लंबे वक्त से वैचारिक मतभेद रहे हैं. इसके साख ही दोनों देश के बीच ऐतिहासिक और भू-राजनीतिक  मतभेद देखनें को मिले हैं. दोनों देशों के बाच अपने-अपने हितों को लेकर टकराव भी देखने को मिला है. इस बात दावा इजारइल करता रहता है कि उसके खिलाफ लड़ने वाले समूहों को ईरान समर्थन देता रहा है. वहीं ईरान का दावा है कि इजराइल ने अपने सीक्रेट मिलिट्री ऑपरेशन की वजह से उसकी सेना के कई कमांडरों को निशाना बनाया है.

दोनों के बीच आरोप लगाने का सिलसिला 

दोनों देशों में जब एक दूसरे पर हमला करने को लेकर सवाल किया जाता है तो  दोनों इस चीज से इनकार करते हैं. दोनों के बीच आरोप लगाने का सिलसिला चलता रहता है. दोनों देश तनाव की वजह से अलग-अलग समूहों का समर्थन करते हैं.ईरान सीरिया का समर्थव करने के साथ- साथ ईरान सीरिया का समर्थन करता है. दूसरी ओर इजराइल सीरिया का विरोध करता है और हिजबुल्लाह समूह को तो देखना भी नहीं चाहता है.

कैसे शुरू हुई दोनों देशों के बीच में दुश्मनी?

इजराइल और ईरान के बीच दुश्मनी की शुरुआत 1979 में हुई. ईरान की क्रांति के दौरान इजराइल के सहयोगी कहे जाने वाले ईरान के शाह को गद्दी से बेदखल कर दिया गया. ईरान के शाह को बेदखल किए जाने के बाद देश में इस्लामिक गणराज्य की स्थापना हुई. इसके बाद अयातुल्ला रूहुल्लाह खुमैनी को ईरान के सर्वोच्च नेता की गद्दी सौंपी गई. अयातुल्ला रूहोल्लाह के समय से ही ईरान का रुख इजराइल विरोधी होने लगा था. दोनों देशों के बीच अक्सर तनाव देखने को मिलने लगा. यहीं से दोनों देशों के बीच में तनाव की शुरुआत हुई.

दुश्मनी की शुरुआत ऐसे हुई

1979 में इजराइल और ईरान के बीच दुश्मनी हुई थी. ईरान की क्रांति के समय इजराइल के सहयोगी कहे जाने वाले ईरान के शाह को गद्दी से बेदखल कर दिया गया. ईरान के शाह को बेदखल किए जाने के बाद देश में इस्लामिक गणराज्य की स्थापना हुई. जिसके बाद अयातुल्ला रूहुल्लाह खुमैनी को ईरान के सर्वोच्च नेता की गद्दी सौंपी गई.  अयातुल्ला रूहोल्लाह के समय से ईरान का रुख इजराइल विरोधी होने लगा था. वहीं दोनों देशों के बीच तनाव देखने को मिला. 

कब-कब दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव?

1979 में ईरान और इजराइल के बीच ईरानी क्रांति के बाद तनाव इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों देश एक दूसरे के जानी दुशमन बन गए. दुशमनी इस कदर बढ़ गई की दोनों देशों ने राजनयिक और वाणिज्यिक संबंधों को तोड़ दिया था. इसके बाद दोनों देश के बीच  1990 तक तनाव बना रहा. करीब 11 साल तक दोनों देशों ने एक दूसरे को कमजोर करने और नुकसान पहुंचाने की कई कोशिशें की गईं.

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14 April 2024, 08:08 AM IST

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