तुरंत शहर छोड़ें तेहरान...ईरान-इजराइल युद्ध के बीच भारत ने जारी की एडवाइजरी
ईरान-मध्य पूर्व तनाव ने एक बार फिर तेहरान की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां इज़राइल के ड्रोन और मिसाइल हमलों के बीच भारत ने अपने नागरिकों के लिए आपात चेतावनी जारी की है. भारतीय दूतावास ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिनके पास खुद से यात्रा करने की व्यवस्था है, वे बिना किसी देरी के तेहरान छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.

ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे भीषण संघर्ष के बीच भारत ने तेहरान में रह रहे भारतीय नागरिकों और पीआईओ (भारतीय मूल के लोगों) के लिए मंगलवार को नई एडवाइजरी जारी की है. भारतीय दूतावास ने राजधानी तेहरान में हो रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के मद्देनजर सभी भारतीयों से शहर को तुरंत छोड़ने और किसी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट होने की अपील की है.
भारतीय दूतावास ने कहा कि जिन नागरिकों के पास अपने साधनों से बाहर निकलने की सुविधा है, वे बिना देर किए तेहरान छोड़ दें. इसके अलावा, उन नागरिकों से भी संपर्क करने की अपील की गई है जो अभी तक दूतावास से संपर्क में नहीं हैं.
“अपने संसाधनों से निकलें और सुरक्षित स्थान पर जाएं” – भारतीय दूतावास
भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'सभी भारतीय नागरिक और पीआईओ जिनके पास अपने संसाधनों से तेहरान छोड़ने की सुविधा है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे तुरंत शहर से बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.' इसके साथ ही दूतावास ने ऐसे नागरिकों से संपर्क करने की अपील की है जो अब तक दूतावास से नहीं जुड़े हैं. 'सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और अभी तक दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, वे तुरंत दूतावास से संपर्क करें और अपनी लोकेशन तथा संपर्क नंबर साझा करें.'
आपात स्थिति में मदद के लिए तीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं:
युद्ध की आग पांचवें दिन भी जारी
इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष अब पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है. दोनों देशों के बीच हो रहे हवाई हमलों में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. ईरान के मुताबिक पिछले पांच दिनों में अब तक 224 नागरिक, जिनमें अधिकांश आम लोग थे, मारे जा चुके हैं. वहीं इजराइल ने 24 नागरिकों की मौत की पुष्टि की है. करीब 3,000 इजराइली नागरिकों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.
भारत ने शुरू की नागरिकों की निकासी प्रक्रिया
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत ने ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की रात के बीच पहले बैच में 110 भारतीय नागरिकों ने आर्मेनिया सीमा पार की. भारत ने ईरान सरकार से अपील की थी कि देश में फंसे 10,000 से ज्यादा भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की जाए. इसके जवाब में तेहरान ने अपने एयरस्पेस बंद होने का हवाला देते हुए सुझाव दिया कि छात्र भूमि मार्ग से अज़रबैजान, तुर्कमेनिस्तान या अफगानिस्तान के जरिए निकल सकते हैं.
तेहरान से लेकर नतांज तक धुआं और धमाकों का डर
ईरानी मीडिया के अनुसार, मंगलवार को राजधानी तेहरान में कई धमाके सुनाई दिए. आसमान में भारी एयर डिफेंस गतिविधि देखी गई और शहर के पूर्वी हिस्से में धुआं उठता नजर आया. नतांज जैसे संवेदनशील परमाणु केंद्र के पास भी सुरक्षा बल सतर्क दिखे, जहां एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय किया गया.वहीं दूसरी ओर, इजराइल के तेल अवीव शहर में भी आधी रात के बाद एयर सायरन बजे, हालांकि मिसाइल हमले की कोई पुष्टि नहीं हुई.
ट्रंप का बड़ा बयान
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 समिट बीच में छोड़कर अमेरिका लौटते ही सुरक्षा अधिकारियों के साथ आपात बैठक की. इसके बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि, ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता. सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए.
सूत्रों की मानें तो ईरान ने ओमान, कतर और सऊदी अरब से आग्रह किया है कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर युद्धविराम के लिए दबाव डालने को कहें. बदले में ईरान ने संकेत दिया है कि वह परमाणु वार्ता में नरम रुख अपना सकता है.


