मोसाद का काम तमाम! तेल अवीव में हेडक्वार्टर तबाह...ईरान ने किया मिसाइल हमले का दावा
ईरान और इजराइल के बीच चल रही तनातनी अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है. मंगलवार को ईरानी इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्होंने इजराइल की सबसे मजबूत खुफिया एजेंसी मोसाद के एक ऑपरेशनल सेंटर को तेल अवीव में मिसाइल हमले के जरिए तबाह कर दिया है. ईरान का कहना है कि यह हमला इजराइल के खिलाफ एक जवाबी रणनीति के तहत किया गया है.

ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष ने अब बेहद खतरनाक और संवेदनशील मोड़ ले लिया है. ईरानी इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने मंगलवार को एक चौंकाने वाला दावा किया है, जिसके मुताबिक उन्होंने इजराइल की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी मोसाद के एक ऑपरेशनल हेडक्वार्टर को तेल अवीव में मिसाइल हमले में तबाह कर दिया है. इस हमले को इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताया गया है.
ईरान के इस दावे ने पूरी दुनिया में चिंता बढ़ा दी है, खासकर तब जब मोसाद जैसी संस्था पर सीधा हमला किया गया है. अब तक इस हमले को लेकर इजराइल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें और वीडियो हमले की पुष्टि करते नजर आ रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह दावा सही निकला, तो यह इजराइल की खुफिया प्रणाली पर करारा प्रहार होगा.
मिसाइल से उड़ा दिया गया मोसाद सेंटर
ईरान की सरकारी मीडिया ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि IRGC ने मंगलवार को एक सटीक मिसाइल स्ट्राइक के जरिए तेल अवीव में मौजूद मोसाद के महत्वपूर्ण ऑपरेशन सेंटर को पूरी तरह नष्ट कर दिया. रिपोर्ट में दावा किया गया कि इस हमले में इजराइल की सैन्य खुफिया शाखा 'Aman' को भी निशाना बनाया गया है.IRGC के बयान के अनुसार, 'यह हमला युद्ध के हालात में हमारी जवाबी रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इजराइल की खुफिया ताकत को कमजोर करना और उसकी रणनीतिक क्षमताओं को ध्वस्त करना है.'
A CLEAR FOOTAGE OF STRIKES ON ISRAELI INTELLIGENCE AGENCY ASSETS pic.twitter.com/pbZMGppGEK
— Iran Observer (@IranObserver0) June 17, 2025
सोशल मीडिया पर वायरल हुए धमाकों के वीडियो
तेल अवीव में हुए इस हमले के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो गए, जिनमें शहर के एक हिस्से में तेज धमाके और फिर धुएं के घने गुबार उठते दिखे. हालांकि, इजराइली सरकार या सेना की ओर से अब तक किसी भी तरह की पुष्टि नहीं की गई है कि यह हमला मोसाद सेंटर पर हुआ था या नहीं.लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इजराइल की चुप्पी खुद एक बड़ा संकेत है कि कुछ ऐसा जरूर हुआ है जिसे दुनिया से छिपाया जा रहा है.
विशेषज्ञों की राय
रक्षा मामलों के जानकारों का मानना है कि यदि ईरान का यह दावा सही साबित होता है, तो यह इजराइल की खुफिया प्रतिष्ठा पर सबसे बड़ा हमला होगा. मोसाद को विश्व की सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसियों में गिना जाता है और उस पर हमला इजराइल के सुरक्षा तंत्र की कमजोरी को उजागर कर सकता है.अमेरिका और यूरोपीय देशों की खुफिया एजेंसियां फिलहाल इस दावे की पुष्टि में जुटी हुई हैं और पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.
अब खुफिया एजेंसियां बनीं युद्ध का केंद्र
ईरान और इजराइल के बीच जारी यह युद्ध अब पारंपरिक युद्ध के दायरे से निकलकर खुफिया एजेंसियों की टारगेटिंग तक पहुंच गया है. पहले जहां सैन्य ठिकानों और सीमाओं को निशाना बनाया जा रहा था, अब राजधानी शहरों में धमाके और खुफिया नेटवर्क्स पर हमले किए जा रहे हैं.रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह क्रम जारी रहा, तो यह संघर्ष न सिर्फ मध्य-पूर्व को, बल्कि पूरी दुनिया को एक नए वैश्विक युद्ध की ओर धकेल सकता है.
दुनिया कर रही संयम की अपील
ईरान के दावे और इजराइल की चुप्पी के बीच दुनिया भर की बड़ी शक्तियां जैसे अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन — दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रही हैं. लेकिन जमीन पर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और हर गुजरते दिन के साथ तनाव एक नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है.