ईरान में मातम: इजरायली हमलों में 244 की मौत, 1200 से अधिक घायल
ईरान के मुताबिक, पिछले तीन दिनों में इजरायली हमलों में 224 लोगों की मौत हुई है और 1,200 से ज्यादा घायल हुए हैं. ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि मरने वालों में 90% आम नागरिक हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे और पुरुष शामिल हैं. हालात बेहद तनावपूर्ण हैं.

मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध की चपेट में है. ईरान और इज़राइल के बीच छिड़े खूनी संघर्ष ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है. बीते 65 घंटों से चल रही इज़राइली बमबारी ने ईरान को गहरे ज़ख्म दिए हैं. वहीं नेतन्याहू साफ कर चुके हैं कि यह सैन्य कार्रवाई तब तक जारी रहेगी, जब तक ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह ध्वस्त नहीं हो जाता.
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार, 14 जून को बताया कि इज़राइली हमलों में अब तक 224 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता हुसैन केरमानपोर के मुताबिक, पिछले तीन दिनों की बमबारी में करीब 1,277 लोग घायल हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि मारे गए लोगों में 90% आम नागरिक थे, जो इज़राइली मिसाइलों की चपेट में आ गए.
रिवोल्यूशनरी गार्ड को भी बड़ा नुकसान
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने पुष्टि की है कि इस हमले में उनके खुफिया प्रमुख मोहम्मद काजमी, दो अन्य जनरल और कई हाई-प्रोफाइल सैन्य अधिकारी मारे गए हैं. इतना ही नहीं, ईरान के कुछ परमाणु वैज्ञानिक भी इस हमले में जान गंवा चुके हैं. यह नुकसान सिर्फ सैन्य ही नहीं, बल्कि रणनीतिक भी है.
इज़राइल की प्रतिक्रिया और हताहत
दूसरी ओर, इज़राइल ने जानकारी दी कि शुक्रवार, 12 जून से अब तक हुए ईरानी हमलों में उनके 14 नागरिक मारे गए हैं और 390 से ज्यादा घायल हुए हैं. हालांकि नेतन्याहू सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह ईरान की हर हरकत का जवाब देगी–सीधा और सटीक.
ईरानी चेतावनी–'शेल्टर भी नहीं बचाएंगे'
ईरानी सैन्य अधिकारी कर्नल रेजा सय्याद ने कहा है कि इज़राइल की जवाबी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने चेतावनी दी कि “इज़राइली अधिकृत इलाके अब रहने लायक नहीं रहेंगे, शेल्टर भी आपको नहीं बचा पाएंगे.”
नेतन्याहू का एलान–जंग जारी रहेगी
इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में दो टूक कहा–“ईरान पर हमारी सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी. उनके परमाणु ठिकाने सिर्फ इज़राइल के लिए ही नहीं, दुनिया के लिए खतरा हैं.” उन्होंने कहा कि इज़राइल दो लक्ष्य साध रहा है–ईरान का परमाणु हथियार कार्यक्रम और उसके मिसाइल हमलों का नेटवर्क.
'खतरनाक सरकार के पास न हों खतरनाक हथियार'
नेतन्याहू ने कहा, “हम अपनी सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन यह लड़ाई दुनिया के लिए भी है. सबसे खतरनाक सरकार के पास सबसे खतरनाक हथियार नहीं होने चाहिए.” इस बयान से साफ है कि इज़राइल अब किसी एक हमले तक रुकने वाला नहीं है.
बढ़ता परमाणु युद्ध का ख़तरा
ईरान और इज़राइल की इस टकराव ने न सिर्फ अरब क्षेत्र, बल्कि पूरी दुनिया को तनाव में डाल दिया है. परमाणु हमले की आशंका ने कूटनीतिक हलकों की चिंता बढ़ा दी है. अगर यही रुख बरकरार रहा, तो अगला पड़ाव एक पूर्ण युद्ध हो सकता है–जिसका असर सीमाओं से कहीं बाहर तक जाएगा.


