ब्रिटेन में मोदी का जलवा, आज पीएम स्टार्मर से करेंगे मुलाकात, भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर होंगे हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन और मालदीव के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जिसका उद्देश्य व्यापार, सुरक्षा और कूटनीतिक संबंधों को मज़बूत करना है. ब्रिटेन में FTA पर हस्ताक्षर और मालदीव में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेना इस यात्रा के मुख्य बिंदु हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार रात अपने दो दिवसीय ब्रिटेन दौरे पर लंदन पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इसके बाद वे मालदीव की ओर रवाना होंगे. यह यात्रा भारत के लिए रणनीतिक, आर्थिक और क्षेत्रीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत
लंदन पहुंचते ही प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत हुआ. होटल के बाहर बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय इकट्ठा हुए थे, जिन्होंने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” जैसे नारों से वातावरण को देशभक्ति से भर दिया. पारंपरिक वेशभूषा में लोगों ने नृत्य किया और ढोल बजाए. इस भावुक स्वागत से कई लोगों की आंखें नम हो गईं. एक प्रवासी भारतीय ने बताया कि प्रधानमंत्री से हाथ मिलाना उनके जीवन का अविस्मरणीय क्षण बन गया.
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को अंतिम रूप देने की दृष्टि से अहम है. उन्होंने बताया कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर और किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करेंगे. भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठक दो चरणों में होगी, जिसमें व्यापार, सुरक्षा, तकनीक, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा होगी.
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते के तहत भारतीय निर्यात के 99% हिस्से पर टैरिफ में कटौती की जाएगी. इससे वस्त्र, चमड़ा और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में भारत को लाभ होगा. वहीं ब्रिटेन को व्हिस्की, ऑटोमोबाइल और चिकित्सा उपकरणों के लिए भारतीय बाजार की पहुंच मिलेगी.
भारत में छठा सबसे बड़ा निवेशक है ब्रिटेन
ब्रिटेन वर्तमान में भारत में छठा सबसे बड़ा निवेशक है और 2023-24 में दोनों देशों के बीच व्यापार 55 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है. वहीं, लगभग 1,000 भारतीय कंपनियां यूके में कार्यरत हैं, जो लाखों लोगों को रोजगार देती हैं.
24 जुलाई की शाम प्रधानमंत्री मालदीव के लिए प्रस्थान करेंगे. वे राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के आमंत्रण पर 26 जुलाई के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनेंगे. यह यात्रा भारत-मालदीव राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है. दोनों नेताओं के बीच समुद्री सुरक्षा के साझा दृष्टिकोण की समीक्षा भी इस दौरे का अहम हिस्सा होगी.


