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अब स्वागत नहीं...अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीकी राजदूत को किया निष्कासित, लगाया यह आरोप

अभी तक न तो रुबियो और न ही विदेश विभाग की तरफ से इसपर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है. रुबियो ने ब्रेइटबार्ट की एक कहानी का हवाला दिया, जिसमें रसूल द्वारा शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीकी थिंक टैंक के वेबिनार में दिए गए भाषण के बारे में बताया गया था. अमेरिका द्वारा किसी विदेशी राजदूत को निष्कासित करना अत्यंत असामान्य बात है, हालांकि निम्न स्तर के राजनयिकों को अक्सर अवांछित व्यक्ति का दर्जा देकर निशाना बनाया जाता है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका के राजदूत इब्राहिम रसूल को बाहर निकाल दिया है. विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत का अब स्वागत नहीं है. यह अफ्रीकी राष्ट्र को निशाना बनाकर ट्रम्प प्रशासन का एक और कदम है. रुबियो ने एक्स पर एक पोस्ट में इब्राहिम रसूल पर 'जाति-भेदभाव करने वाला राजनीतिज्ञ' होने का आरोप लगाया, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से नफरत करता है. रुबियो ने दक्षिण अफ़्रीकी राजनयिक को 'अवांछनीय व्यक्ति' घोषित किया.

अभी तक न तो रुबियो और न ही विदेश विभाग की तरफ से इसपर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है. रुबियो ने ब्रेइटबार्ट की एक कहानी का हवाला दिया, जिसमें रसूल द्वारा शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीकी थिंक टैंक के वेबिनार में दिए गए भाषण के बारे में बताया गया था, जिसमें उन्होंने अमेरिका के संदर्भ में ट्रंप प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में बात की थी, जहां जल्द ही श्वेत लोग बहुमत में नहीं रहेंगे.

अश्वेत लोगों के खिलाफ भेदभाव करते हैं

ट्रंप और उनके सहयोगी एलन मस्क, जो दक्षिण अफ्रीका में पले-बढ़े हैं, दोनों ने देश की अश्वेत नेतृत्व वाली सरकार की नए भूमि कानून को लेकर आलोचना की है, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह अश्वेत लोगों के खिलाफ भेदभाव करते हैं. अमेरिका द्वारा किसी विदेशी राजदूत को निष्कासित करना अत्यंत असामान्य बात है, हालांकि निम्न स्तर के राजनयिकों को अक्सर अवांछित व्यक्ति का दर्जा देकर निशाना बनाया जाता है.

जबरन राजदूतों के निष्कासन की प्रथा 

शीत युद्ध के दौरान अमेरिका-रूस राजनयिक निष्कासनों के चरम पर तथा उसके बाद 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे 2016 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों, तथा 2018 में ब्रिटेन में एक पूर्व रूसी खुफिया अधिकारी को जहर दिए जाने के मामले में, न तो वाशिंगटन और न ही मास्को ने अपने-अपने राजदूतों को निष्कासित करना उचित समझा.

रसूल इससे पहले 2010 से 2015 तक अमेरिका में अपने देश के राजदूत रह चुके हैं और जनवरी में इस पद पर वापस लौटे थे. बचपन में उन्हें और उनके परिवार को केप टाउन के एक इलाके से निकाल दिया गया था, जो गोरे लोगों के लिए बनाया गया था. रसूल रंगभेद विरोधी कार्यकर्ता बन गए, अपनी सक्रियता के लिए उन्हें जेल जाना पड़ा और देश के रंगभेद के बाद के पहले राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के साथी के रूप में पहचान बनाई. बाद में वे मंडेला की अफ़्रीकी नेशनल कांग्रेस राजनीतिक पार्टी में एक राजनेता बन गए.

क्या था इब्राहिम रसूल का बयान?

शुक्रवार के वेबिनार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बोलते हुए रसूल ने विविधता और समानता कार्यक्रमों तथा आव्रजन पर ट्रंप प्रशासन की कार्रवाई के बारे में अकादमिक भाषा में बात की.दक्षिण अफ्रीकी राजदूत ने कहा कि सत्ता पर वर्चस्ववादी हमला. हम इसे यूएसए की घरेलू राजनीति, एमएजीए आंदोलन, मेक अमेरिका ग्रेट अगेन आंदोलन में देखते हैं. यह केवल वर्चस्ववादी प्रवृत्ति की प्रतिक्रिया नहीं है, बल्कि बहुत स्पष्ट डेटा है जो यूएसए में बड़े जनसांख्यिकीय बदलावों को दर्शाता है जिसमें यूएसए में मतदान करने वाले मतदाताओं का 48% हिस्सा श्वेत होने का अनुमान है.

रसूल ने यूरोप में अति-दक्षिणपंथी हस्तियों तक मस्क की पहुंच की ओर इशारा करते हुए इसे एक वैश्विक आंदोलन में 'डॉग व्हिसल' कहा, जो उन लोगों को एकजुट करने का प्रयास कर रहा है और खुद को "संघर्षरत श्वेत समुदाय" का हिस्सा मानते हैं.

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15 March 2025, 01:01 PM IST

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