ईरान-इज़रायल जंग पर ओवैसी की केंद्र से अपील – 'वहां हमारे लोग फंसे हैं, तुरंत निकासी हो'
ईरान-इज़रायल संघर्ष के बीच AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ईरान में फंसे 1,595 भारतीय छात्रों, जिनमें 140 मेडिकल छात्र शामिल हैं, और इराक में फंसे 183 श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने विदेश मंत्रालय से तुरंत निकासी अभियान शुरू करने की अपील की है.

मिडिल ईस्ट में जारी ईरान और इज़रायल के बीच सैन्य संघर्ष के बीच भारत के कई नागरिक वहां संकट में फंसे हुए हैं. इस मुद्दे को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गंभीरता से उठाया है. शनिवार को एक ट्वीट के जरिए ओवैसी ने जानकारी दी कि ईरान में 1,595 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें 140 छात्र तेहरान यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. इसके साथ ही इराक में भी 183 भारतीय श्रद्धालु फंसे हुए हैं.
ओवैसी ने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (PAI) आनंद प्रकाश से इस विषय पर संपर्क किया है. उन्होंने फंसे हुए सभी भारतीय नागरिकों की विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों को भेज दी है. ओवैसी ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से अपील करते हुए कहा कि इन भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द निकालने का अभियान चलाया जाए ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके.
तेलंगाना सरकार से भी की अपील
ओवैसी ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि फंसे हुए कई छात्र और श्रद्धालु तेलंगाना राज्य से हैं, ऐसे में उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय से भी इन नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की अपील की है. ओवैसी ने कहा, "इन छात्रों और तीर्थयात्रियों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए. मैं केंद्र और राज्य सरकार दोनों से गुज़ारिश करता हूं कि वह इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें."
ईरान-इज़रायल में बिगड़ते हालात
ईरान और इज़रायल के बीच चल रही सैन्य कार्रवाई की वजह से पूरे क्षेत्र में हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके हैं. एयरस्पेस बंद किए जा चुके हैं और बमबारी तथा ड्रोन हमलों की खबरें लगातार आ रही हैं. ऐसे में वहां मौजूद विदेशी नागरिकों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है.
भारतीय दूतावासों की एडवाइजरी
ईरान और इज़रायल स्थित भारतीय दूतावासों ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्हें भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल दूतावास से संपर्क करने की हिदायत दी गई है.


