पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बलूचिस्तान पहुंचे, जाफर एक्सप्रेस हमले में जीवित बचे लोगों और बचाव अभियान में शामिल कमांडो से मिले
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बलूचिस्तान जाकर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन अपहरण के जीवित बचे लोगों और बचाव में जुटे कमांडो से मुलाकात की. ये हमला बीएलए आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जिन्होंने ट्रेन के 300 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बना लिया था. सेना ने दो दिन में सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया और यात्रियों की जान बचाई. शहबाज शरीफ ने सुरक्षा बलों के साहस को सलाम किया, लेकिन क्या पाकिस्तान में ऐसे हमलों का खतरा पूरी तरह खत्म हो चुका है? जानिए इस खतरनाक हमले के बाद क्या हुआ.

Pakistan PM Shehbaz Sharif Visits Balochistan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बलूचिस्तान का दौरा किया, जहां उन्होंने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन अपहरण के जीवित बचे यात्रियों और आतंकवादियों से मुकाबला करने वाले कमांडो से मुलाकात की. यह यात्रा सुरक्षा बलों द्वारा सभी 33 बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) आतंकवादियों को मार गिराए जाने के बाद हुई. इस हमले ने पूरे पाकिस्तान को झकझोर दिया था, और अब इस हमले के बाद सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है.
जाफर एक्सप्रेस पर हमला: आतंकवादियों ने ट्रैक उड़ा दिया और यात्रियों को बंधक बना लिया
यह हमला मंगलवार को हुआ था जब बीएलए के विद्रोहियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिसके बाद जाफर एक्सप्रेस के नौ डिब्बे और इंजन एक पहाड़ी इलाके में एक सुरंग में फंस गए. आतंकवादियों ने फिर ट्रेन की खिड़कियों पर गोलियां चलाईं और बोगियों में घुसकर यात्रियों को निशाना बनाया. इस दौरान कई यात्री मारे गए और कई अन्य बंधक बना लिए गए. सेना ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और दो दिन के अंदर सभी आतंकवादियों को मार गिराया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि आगे कोई और यात्री नुकसान न उठाए.
कमांडो ने किया बेहतरीन बचाव, पाकिस्तान सेना ने किया आतंकियों का सफाया
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान में पाकिस्तान वायु सेना (PAAF), विशेष सेवा समूह (SSG), सेना और फ्रंटियर कोर (FC) की मदद ली गई. इस कड़ी कार्रवाई में 33 बीएलए आतंकवादियों का सफाया किया गया. सेना ने कहा कि इस तरह की आतंकी गतिविधियों को सहन नहीं किया जाएगा. पाक सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, "यह घटना खेल के नियम बदलने का काम करेगी."
घटनास्थल पर जीवित बचे लोगों का दर्दनाक अनुभव
हमले के दौरान कई यात्री आतंकवादियों के हाथों मारे गए, जबकि कुछ बचने में कामयाब रहे. एक जीवित बचे यात्री मुहम्मद नवीद ने बताया कि आतंकवादियों ने उन्हें बाहर आने के लिए कहा और फिर चुनिंदा लोगों को गोली मार दी. इसी तरह ईसाई मजदूर बाबर मसीह ने बताया कि कैसे आतंकवादियों ने महिलाओं और बुजुर्गों को छोड़ दिया और अन्य लोगों को मार डाला. बाबर ने कहा, "हमारी महिलाओं ने उनसे विनती की और उन्होंने हमें छोड़ दिया."
शहबाज शरीफ की यात्रा: पीड़ितों और सुरक्षा बलों से मुलाकात
शहबाज शरीफ की इस यात्रा का उद्देश्य जाफर एक्सप्रेस हमले के जीवित बचे यात्रियों और हमले में शामिल कमांडो से मिलकर उनकी हिम्मत बढ़ाना था. प्रधानमंत्री ने उनके साहस और बहादुरी की सराहना की और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि इस तरह की आतंकी घटनाएं पाकिस्तान में दोबारा न हों.
सुरक्षा बलों द्वारा अफगान तालिबान से की गई अपील
पाकिस्तान सेना ने इस अभियान के दौरान यह भी खुलासा किया कि बीएलए के आतंकवादी अफगानिस्तान में अपने नेताओं से सैटेलाइट फोन के जरिए संपर्क में थे. पाकिस्तान ने अफगान तालिबान से आग्रह किया है कि वह अपने क्षेत्र में सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा न देने दे, लेकिन तालिबान ने इस आरोप को नकारा किया है. जाफर एक्सप्रेस हमला पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संकट बन गया है, लेकिन पाकिस्तान की सेना और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कड़ी कार्रवाई ने आतंकवादियों को शिकस्त दी. अब यह जरूरी है कि पाकिस्तान अपनी सुरक्षा व्यवस्थाओं को और मजबूत करे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.