फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर 4 अगस्त से भारत दौरे पर, 75 साल की दोस्ती का जश्न
भारत और फिलीपींस ने नवंबर 1949 में अपने राजनयिक रिश्तों की नींव रखी थी. तब से, दोनों देशों ने आपसी सहयोग की मजबूत डोर बांधी है, जो व्यापार, संस्कृति और अन्य क्षेत्रों में खिलकर सामने आई है. यह साझेदारी न केवल दोस्ती का प्रतीक है, बल्कि दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और साझा सपनों की कहानी भी बयां करती है.

Philippines President Visit to India: भारत और फिलीपींस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर मार्कोस जूनियर 4 से 8 अगस्त तक भारत यात्रा पर रहेंगे. यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रहा है और यह राष्ट्रपति मार्कोस की 2022 में पदभार संभालने के बाद पहली आधिकारिक भारत यात्रा है. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, इस यात्रा में राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी प्रथम महिला लुईस अरनेटा मार्कोस, कैबिनेट मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और कई व्यापारिक प्रतिनिधियों का उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत पहुंचेगा. इस यात्रा का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मार्कोस के बीच 5 अगस्त को प्रस्तावित द्विपक्षीय बैठक होगी.
राष्ट्रपति का कार्यक्रम
भारत यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मार्कोस भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भी भेंट करेंगे. अपनी यात्रा के अंतिम चरण में वे 8 अगस्त को बेंगलुरु का दौरा करेंगे, जिसके बाद वे अपने देश लौटेंगे.
भारत-फिलीपींस संबंधों के 75 वर्ष
भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंधों की शुरुआत नवंबर 1949 में हुई थी. पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने व्यापार, निवेश, रक्षा, समुद्री सहयोग, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और डिजिटल तकनीक जैसे क्षेत्रों में अपने संबंधों को मजबूत किया है. यह यात्रा उन संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रही है, जो दोनों देशों को नई संभावनाओं की ओर बढ़ने का अवसर प्रदान करती है.
हिंद-प्रशांत का विस्तार
भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी', 'विजन सागर' और हिंद-प्रशांत रणनीति के तहत फिलीपींस एक अहम साझेदार है. यह यात्रा दोनों देशों के लिए सामरिक और वैश्विक मुद्दों पर समन्वय बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगी. साथ ही, यह क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक साझेदारी को भी मजबूती देगी.
वीजा-मुक्त यात्रा
हाल ही में फिलीपींस सरकार ने भारतीय नागरिकों को 14 दिनों के वीजा-मुक्त प्रवेश की सुविधा दी है, जिससे भारत से फिलीपींस की यात्रा में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है. वीजा प्रोसेसिंग प्लेटफॉर्म 'एटलीज' के मुताबिक, इस घोषणा के बाद भारत से फिलीपींस के लिए ट्रैवल सर्च में 28% की बढ़ोतरी हुई है. पहले जहां यह देश दक्षिण-पूर्व एशियाई गंतव्यों में आठवें स्थान पर था, अब उसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है.


