फेमस रैपर वेदन पर यौन शोषण का केस, शादी का झांसा देकर संबंध बनाने का लगा आरोप
केरल के मशहूर रैपर हिरंदास मुरली उर्फ वेदन पर एक महिला डॉक्टर ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता ने आरोप लगाया है कि वेदन ने शादी का झूठा वादा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. पुलिस ने 31 जुलाई को वेदन के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Rapper Vedan: केरल के फेमस रैपर हिरंदास मुरली उर्फ वेदन एक बार फिर विवादों में हैं. एक युवती ने उन पर शादी का झूठा वादा कर यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. शिकायत के अनुसार घटनाक्रम अगस्त 2021 से मार्च 2023 के बीच का है.
शिकायतकर्ता युवा डॉक्टर ने दावा किया है कि वेदन ने उनसे शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बनाए. पुलिस ने 31 जुलाई 2025 को इस मामले में एफआईआर दर्ज की है. यह पहली बार नहीं है जब रैपर वेदन कानून के घेरे में आए हैं. हाल ही में उन्हें ड्रग्स रखने के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया था.
पहले भी ड्रग्स केस में हो चुकी है गिरफ्तारी
मशहूर मलयालम रैपर वेदन को 29 अप्रैल 2025 को कोच्चि के त्रिपुनितुरा इलाके में उनके फ्लैट से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उनकी फ्लैट से करीब 6 ग्राम गांजा बरामद किया था. इसके साथ ही फ्लैट से 9 लाख रुपये भी बरामद हुए थे.
इस मामले की जांच कर रहे सर्कल इंस्पेक्टर एएल येसुदास ने बताया था कि बरामद पैसे के बारे में वेदन ने दावा किया कि वह एक इवेंट की बुकिंग राशि थी. पुलिस के अनुसार, फ्लैट में कुल नौ लोग मौजूद थे और वेदन ने खुद नशा करने की बात स्वीकार की थी.
ड्रग्स केस की छानबीन के दौरान वन विभाग ने भी वेदन की एक खास चेन को लेकर जांच शुरू की थी. इस चेन में कथित तौर पर तेंदुए के दांत लगे हुए थे. यह मामला वन्यजीव संरक्षण कानून का उल्लंघन होने की आशंका के चलते वन विभाग की निगरानी में आ गया है.
कौन हैं वेदन?
हिरंदास मुरली उर्फ वेदन 2019 में अपने एलबम वॉइस ऑफ द वॉयसलेस के ज़रिए सुर्खियों में आए थे. इस एलबम में उन्होंने केरल की जातिवादी संरचना और सामाजिक विरोधाभासों को खुलकर उजागर किया था.
उनका गाना द शर्ट स्टिच्ड विद स्वेट तब वायरल हुआ जब भारतीय क्रिकेटर संजू सैमसन ने इसके बोल सोशल मीडिया पर साझा किए. इसके बाद वेदन की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी.
वेदन के प्रशंसकों का मानना है कि उनकी कविताएं और गाने समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और तथाकथित प्रगतिशील सोच की चुप्पी को चुनौती देते हैं. उनके गीतों में अय्यंकली जैसे दलित अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले महापुरुषों की पीड़ा और प्रेरणा दिखाई देती है. वेदन की रचनाएं उन पीड़ित वर्गों की आवाज बन चुकी हैं जो वर्षों से अन्याय सहते आ रहे हैं.


