पाकिस्तान में सड़क हादसा, तेज रफ्तार से वैन खाई में गिरने से 16 की मौत, 30 घायल
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जामशोरो जिले में तेज रफ्तार वैन खाई में गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई और 30 घायल हो गए. वैन में सवार मजदूर गेहूं की कटाई के बाद घर लौट रहे थे. सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते मामलों ने पाकिस्तान में सड़क सुरक्षा पर चिंता जताई है.

पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जामशोरो जिले में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य लोग घायल हो गए. यह दुर्घटना तब घटी जब एक तेज रफ्तार वैन चालक के नियंत्रण से बाहर हो गई और खाई में गिर गई. यह हादसा उस समय हुआ जब वैन कोल्ही जनजाति के मजदूरों को गेहूं की कटाई का काम खत्म कर घर वापस ले जा रही थी.
वैन में सवार होकर घर लौट रहे थे मजदूर
दुर्घटना के समय वैन में सवार लोग बलूचिस्तान में गेहूं की कटाई का काम खत्म करने के बाद अपने घर लौट रहे थे. वैन को पंजाब प्रांत के लापारी से सिंध प्रांत के बादिन ले जाया जा रहा था. जामशोरो के उपायुक्त गजनफर कादरी के अनुसार, पुलिस और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए और मृतकों तथा घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा.
घायलों की स्थिति गंभीर
सूत्रों के अनुसार, इस दुर्घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है क्योंकि कुछ घायल अस्पताल में इलाज के दौरान जीवन और मौत के बीच झूल रहे हैं. पाकिस्तान में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा बहुत अधिक है और खराब सड़कें, खराब वाहन और चालक की लापरवाही इसके मुख्य कारण माने जाते हैं.
पाकिस्तान में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता
पाकिस्तान में सड़क दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, और देश का रिकॉर्ड घातक यातायात हादसों के मामले में दुनिया के सबसे खराब देशों में है. खराब सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर और वाहन की देखभाल की कमी प्रमुख कारण हैं. 15 अप्रैल को एक अन्य सड़क हादसा हुआ था, जब रावलपिंडी जा रही एक यात्री बस सड़क से उतरकर नाले में गिर गई, जिसमें दो यात्रियों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए थे.
पाकिस्तान में सड़क सुरक्षा
इन घटनाओं ने पाकिस्तान में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से प्रमुख बना दिया है। इन दुर्घटनाओं से न सिर्फ परिवारों को भारी नुकसान हुआ है, बल्कि देश में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता की आवश्यकता भी बढ़ गई है.


