यूक्रेन के भविष्य पर सऊदी में बड़ी मीटिंग! रूस-अमेरिका के बीच होगी हाई-लेवल बातचीत, जेलेंस्की नाराज!
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है. सऊदी अरब में एक हाई-प्रोफाइल बैठक होने जा रही है, जिसमें अमेरिका और रूस के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक को लेकर अटकलें तेज हैं कि इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हो सकते हैं.

यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को खत्म करने के लिए एक बड़ा वैश्विक कदम उठाया जा रहा है. इस दिशा में सऊदी अरब में एक अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें अमेरिका और रूस के अधिकारी शामिल होंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वार्ता में यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया है, जिससे वैश्विक राजनीति में हलचल तेज हो गई है. इस बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित मुलाकात की अटकलों ने इस बैठक को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है.
सऊदी अरब में रूस-अमेरिका की बड़ी बैठक
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में मंगलवार को रूस और अमेरिका के शीर्ष अधिकारी यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत करेंगे. इस बैठक में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अमेरिकी अधिकारियों के शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है. हालांकि, सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि यूक्रेन को इस बैठक में बुलाया ही नहीं गया. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह बैठक यूक्रेन के भविष्य को तय करने वाली सबसे महत्वपूर्ण वार्ता होगी?
जेलेंस्की को बैठक की जानकारी नहीं!
यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अबू धाबी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्हें रूस और अमेरिका की इस बैठक की कोई जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने दो टूक कहा कि यूक्रेन ऐसा कोई भी समझौता स्वीकार नहीं करेगा, जिसमें उसकी भागीदारी नहीं होगी. उनकी इस प्रतिक्रिया से यह साफ है कि यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस के बीच कुछ बड़ा पक रहा है.
क्या पुतिन-ट्रंप की होगी मुलाकात?
इस बैठक से जुड़ी एक और बड़ी खबर यह है कि इसमें व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हो सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सऊदी अरब में यूक्रेन पर अमेरिका और रूस के बीच शिखर वार्ता की पुष्टि की गई है. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि ट्रंप और पुतिन किसी बड़े समझौते की दिशा में बढ़ सकते हैं.
यूक्रेन को नजरअंदाज करने की रणनीति?
रूस-यूक्रेन युद्ध को तीन साल होने वाले हैं और इस बीच अमेरिका और रूस के इस तरह एक मंच पर आने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या यह यूक्रेन को बाहर रखकर युद्ध समाप्त करने की कोई रणनीति है? क्या यह बैठक वैश्विक शक्ति संतुलन को नया मोड़ देने वाली साबित होगी? इन सभी सवालों के जवाब दुनिया को जल्द ही मिलने वाले हैं.
अमेरिका की बदली रणनीति?
यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन अब इस बैठक से यह संकेत मिल रहा है कि अमेरिका की नीति में बदलाव आ सकता है. रूस को अलग-थलग करने की नीति को छोड़कर अब अमेरिका बातचीत की टेबल पर आ रहा है, जो वैश्विक राजनीति के लिए एक नया मोड़ हो सकता है.


