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शांति वार्ता के बाद रूस का हमला तेज, बस पर ड्रोन अटैक में 9 की मौत

तुर्किए में हुई शांति वार्ता के तुरंत बाद रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं. सुमी इलाके में रूसी ड्रोन हमले में एक यात्री बस को निशाना बनाया गया, जिससे बस में सवार 9 लोगों की मौत हो गई. यूक्रेन ने इसे वॉर क्राइम करार दिया है.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

तुर्किए में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के एक दिन बाद ही रूस ने यूक्रेन पर फिर से हमला कर दिया. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सेना ने यूक्रेन की एक सैन्य छावनी को निशाना बनाया, जहां यूक्रेनी सेना के हथियार रखे गए थे. हालांकि अभी तक इस हमले में हुए नुकसान की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है.

इस हमले के अलावा रूस ने एक यात्री बस पर ड्रोन से हमला किया. इस हमले में बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कम से कम 9 लोगों की मौत की खबर है. यूक्रेन की पुलिस ने इस हमले को 'वॉर क्राइम' बताया है और कहा है कि मासूम नागरिकों की हत्या किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराई जा सकती.

शांति वार्ता के बाद रूस का हमला तेज

गौरतलब है कि शुक्रवार को तुर्किए में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच एक बैठक हुई थी. इस बैठक का उद्देश्य युद्धविराम की दिशा में कोई समझौता करना था, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही. हालांकि दोनों देशों के बीच 1000 युद्धबंदियों की रिहाई को लेकर सहमति जरूर बनी है.

बस पर ड्रोन अटैक में 9 की मौत

शुरुआत में उम्मीद जताई जा रही थी कि इस वार्ता में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की खुद आमने-सामने बैठेंगे. लेकिन आखिरी वक्त पर पुतिन ने अपना प्लान बदल दिया, जिससे वार्ता प्रतिनिधियों के स्तर पर ही रह गई.

रूसी हमले में बस उड़ी

यूक्रेन के सूमी इलाके की सैन्य छावनी के प्रमुख ने बताया कि रूसी हमले के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. यूक्रेन की पुलिस ने क्षतिग्रस्त बस की तस्वीरें जारी की हैं, जिसमें बस का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह उड़ चुका है. यह हमला रूस द्वारा नागरिकों को निशाना बनाए जाने की एक और मिसाल बन गया है.

आम नागरिकों को निशाना

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों ही देश अब एक-दूसरे के आम नागरिकों को निशाना बनाने से पीछे नहीं हटते. शांति वार्ता के दौरान यूक्रेन की मांग थी कि रूस तत्काल युद्धविराम के लिए तैयार हो, लेकिन रूस ने इसके बदले शर्त रखी कि यूक्रेन को विवादित इलाकों से अपनी सेना हटानी होगी. माना जा रहा था कि डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेताओं की मध्यस्थता से वार्ता को गति मिल सकती है, लेकिन अंततः सभी हस्तियों ने खुद को अलग कर लिया और वार्ता प्रतिनिधिमंडल तक ही सीमित रह गई, जिसका कोई ठोस नतीजा नहीं निकला.

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17 May 2025, 03:13 PM IST

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