न्यूक्लियर टेस्ट करने का सोचा भी तो... अमेरिका के लिए रूस की तगड़ी चेतावनी
रूस ने परमाणु परीक्षण करने वाले देशों को चेतावनी दी है कि किसी भी गलत कदम का उसे कड़ा जवाब मिलेगा, अमेरिका पर भी विशेष नजर रखी जा रही है.

Russia nuclear warning: दुनिया में तनाव का माहौल लगातार बढ़ता जा रहा है और इसी बीच रूस ने परमाणु परीक्षण की योजना बनाने वाले देशों को कड़ा संदेश भेजा है. रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेइ रयाबकोव ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी देश अगर परमाणु परीक्षण के लिए गलत और अस्थिर फैसला लेता है, तो रूस उसका मुंहतोड़ जवाब देगा. इस बयान में उन्होंने अमेरिका को भी इशारों-इशारों में चुनौती दी है.
रूस की चेतावनी ऐसे समय में आई है जब यूक्रेन युद्ध के चलते अमेरिका और रूस के बीच रिश्ते अत्यंत तनावपूर्ण हो चुके हैं. अमेरिकी दबाव के बावजूद रूस अपनी शर्तों पर ही स्थितियों को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है.
रूस की चेतावनी और अमेरिका पर निशाना
उपविदेश मंत्री सर्गेइ रयाबकोव ने कहा कि अगर कोई देश परमाणु परीक्षण करने की क्षमता रखते हुए गलत निर्णय लेता है, तो हम तत्काल जवाबी कार्रवाई करेंगे. बेशक, अमेरिका पर हमारी पैनी नजर है. उन्होंने बताया कि अमेरिका लंबे समय से परमाणु परीक्षणों के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे को युद्धकालीन स्थिति में रखता आया है.
सर्गेइ रयाबकोव ने यह भी कहा कि मैं जोर देना चाहूंगा कि अमेरिका लंबे समय से इस तरह के उद्देश्यों के लिए अपने बुनियादी ढांचे को तैयार रखता है. कुछ समय पहले, हमने इस पर ध्यान दिया था. यह तब हुआ जब हमने न्यू स्ट्रैटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी पर फैसला लिया था.
पुतिन का खतरनाक अलर्ट
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वल्दाई अंतरराष्ट्रीय चर्चा क्लब में कहा था कि हमें पता चला है कि कोई परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है और अगर ऐसा हुआ तो रूस तत्काल जवाब देगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि रूस किसी भी प्रकार के परमाणु परीक्षण के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है.
रूस का कहना है कि अगर कोई भी मुल्क परमाणु परीक्षण की दिशा में कदम उठाता है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. ये चेतावनी विश्व समुदाय के लिए गंभीर संकेत है और परमाणु सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर रेखांकित करती है.
रूस-अमेरिका संबंध और यूक्रेन युद्ध
यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका के संबंध हाल के दिनों में बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप लगातार रूस पर दबाव बना रहे हैं कि वह युद्ध समाप्त करे, लेकिन रूस अपनी शर्तों पर ही ऐसा करना चाहता है. रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि वो किसी भी विदेशी दबाव के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा तथा परमाणु ताकत को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता देगा.


